देवरी प्रखंड के चतरो, मलडीहा, बीजूटांड़, गादीदिघी, तेलोडीह, चिकनाडीह, मानिकबाद, असको, बैरिया, मंडरो, कोसोगोंदोदिघी, बिलोटांड़ आदि गांवों में पूजा को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह देखा जा रहा है. इन गांवों में युवा पूजा की तैयारी में जुटे हुए हैं. पूजा को लेकर आकर्षक पंडाल व तोरद्वार बनाया गया है.
बैरिया मध्य टोला में दो स्थान पर होती है पूजा
प्रखंड के बैरिया मध्य टोला में दो स्थानों पर भगवान गणेश की पूजा आयोजित की जाती है. जानकारी के मुताबिक मध्य टोला में दस वर्षों से गणेशोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है.चिकनाडीह गांव में पूजा का इतिहास पुराना
प्रखंड के चिकनाडीह गांव में पूजा को लेकर तैयारी की गयी है. जानकारी के मुताबिक यहां पर सिद्धि दाता भगवान गणेश के साथ भदैव काली की पूजा की जाती है. गांव के कुंज बिहारी पांडेय के द्वारा लगभग 110-111 साल पूर्व पूजा की शुरुआत की गयी थी, जो कि आज तक अनवरत रूप से जारी है.चतरो में छियालीस वर्षों से आयोजित किया जा रहा है गणेशोत्सव
प्रखंड के चतरो बजरंग मोड़ पर वर्ष 1980 से गणेशोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. पूरनाबथान गांव निवासी फौदार सिंह के नेतृत्व में पूजा का शुभारंभ किया गया था, जो कि अब तक अनवरत रूप से जारी है. पूजा को लेकर बजरंग मोड़ स्थित हनुमान मंदिर की आकर्षक साज सज्जा की गयी है.बीजूटांड़ में एक किलोमीटर की परिधि में विद्युत साज सज्जा
बेड़ोडीह पंचायत के मलडीहा में आठ वर्षों से पूजा का आयोजन किया जा रहा है. वर्ष 2018 में बीजूटांड़, मलडीहा, कोयनडीह व हरिरायडीह गांव के नवयुवकों के द्वारा कमेटी बनाकर पूजा की शुरुआत की गयी थी. इस वर्ष पूजा की भव्य तैयारी की गयी है. एक किलोमीटर की परिधि में विद्युत साज सज्जा की गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

