पीड़िता राधा देवी के आवेदन के आधार पर झामुमो जिला उपाध्यक्ष त्रिभुवन मंडल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. थाना प्रभारी आकाश भारद्वाज महिला के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर जांच करने में जुटे हैं. ज्ञात हो कि घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने सड़क को जाम कर दिया था.
झामुमो नेता के घर पुहंची पुलिस. पूछताछ के लिए थाने ले गयी
मामले में बिरनी थाना प्रभारी झामुमो नेता के घर से उन्हें पूछताछ के लिए थाना ले गये. सूचना मिलते ही सैकड़ों की संख्या में लोग भी बिरनी थाना पहुंचे और झामुमो नेता से मिलकर मामले से अवगत हुए.
त्रिभुवन मंडल ने पहले भी कही थी खून-खराबा होने की बात
गौरतलब है कि जमीन विवाद को लेकर विगत 27 मार्च को झामुमो जिला उपाध्यक्ष त्रिभुवन मंडल ने उक्त जमीन पर काम करने से राधा देवी व अन्य लोगों को मना किया था. वहीं बिरनी के सीओ को आवेदन देकर जमीन की मापी कराने की मांग की थी. इसके बाद त्रिभुवन मंडल ने कहा था कि मापी ना करवाकर सीओ खून-खराबा कराने पर तुले हुए हैं. हालांकि बुधवार को हुए हमले को लेकर वे अपनी संलिप्तता और इसके बारे में कुछ भी जानकारी होने की बात से इनकार कर रहे हैं.पूछताछ के बाद पुलिस ने झामुमो नेता को छोड़ा
थाना प्रभारी ने घटना के बारे में पूछताछ करने के बाद देर शाम आठ बजे झामुमो नेता को छोड़ दिया. त्रिभुवन मंडल ने कहा कि मुकदमा एक सजिश के तहत गौरव बावेजा ने कराया है. कहा कि घटना के बारे में किसी भी जानकारी होने से इनकार करते हुए कहा कि पंदनाखुर्द में स्व. राजेश मंडल की जमीन है. उस जमीन को गलत तरीके से श्यामसुंदर बावेजा ने बेच दिया है. जमीन की मापी कराने और कार्य पर रोक लगाने के लिए सीओ को 15 दिन पहले आवेदन दिया था. साथ ही केवालादारों को मौखिक रूप से कार्य बंद करने को कहा था. उस वक्त भी गौरव बावजा के बहकावे और सजिश के तहत राधा देवी ने गलत तरीके से प्राथमिकी दर्ज करा दी है. सीओ समेत जिले के आलाधिकारी को जमीन संबंधित मापी करने व कार्य बंद कराने का आवेदन मेरे द्वारा दिया गया. तब गौरव बावेजा ने साजिश रचनी शुरू कर दी है. सीओ कागजात के अनुसार स्व. राजेश मंडल की जमीन मापी कर निकाल दें. जमीन राजेश मंडल की नहीं होगी तो इसे छोड़़ देंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है