बैठक की शुरुआत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने प्रखंड क्षेत्र में चल रही स्वास्थ्य योजनाओं, मातृ-शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण अभियान, पोषण कार्यक्रम और सामुदायिक स्वास्थ्य सेवाओं की वर्तमान स्थिति की प्रस्तुति से हुई. यूनिसेफ की टीम ने भी क्षेत्र में उनके सहयोगी कार्यों और विभिन्न पहलुओं की विस्तृत जानकारी दी. मंत्री सोनू ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें. इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण, प्रसव पूर्व जांच, पोषण संबंधी योजनाओं और रोग नियंत्रण कार्यक्रम को लगातार निगरानी करने पर विशेष जोर दिया. कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों को समय पर ड्यूटी पर मौजूद और मरीजों के प्रति संवेदनशील व्यवहार रखना चाहिये.
विभाग के अधिकारियों व कर्मियों ने रखी अपनी बात
उन्होंने यूनिसेफ द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों की सराहना की और विभागीय अधिकारियों को इनके साथ बेहतर तालमेल के साथ काम करने को कहा. अधिकारियों ने प्रखंड में मौजूद संसाधनों, चुनौतियों और आवश्यकताओं से भी मंत्री को अवगत कराया. मंत्री ने सभी संबंधित अधिकारियों को प्रखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने तथा जमीनी स्तर पर सुधार लाने के लिए ठोस कार्रवाई करने का निर्देश दिया. कहा कि जल्द ही स्वास्थ्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की जायेगी. बैठक में स्वास्थ्य विभाग के कई वरिष्ठ पदाधिकारी, मेडिकल स्टाफ, एएनएम, आशा कार्यकर्ता तथा यूनिसेफ के प्रतिनिधि मौजूद थे.
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