आंकड़ों की बात करें तो जिले में अभी तक धान की खेती 87.2 प्रतिशत,मकई की खेती 79.2% एवं मोटे अनाज की खेती 89.9% हो चुकी है.
इस साम पहले आया था मॉनसून
जानकारी के अनुसार इस वर्ष समय से पहले आए मानसून के बाद लगातार बारिश हो रही है. करीब तीन महीने से जारी बारिश अभी तक थमी नहीं है.लगातार बारिश के कारण कभी खेताें में अत्यधिक जल जमाव तो कभी बिचड़ा गल जाने या कभी बीज सड़ जाने के बीच कृषक जी-तोड़ मेहनत कर खेती बाड़ी में जुटे रहे पिछले सप्ताह के विभागीय आंकड़ों के अनुसार धान, मकई व मोटे अनाज की खेती लक्ष्य के अनुरूप नहीं हो पायी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

