बताया जाता है कि तीन दिसंबर बुधवार की रात सरिया अस्पताल में वह प्रसूति कक्ष में कार्यरत थी. अत्यधिक ठंड तथा शीतलहरी से बचने के लिए आग जलाकर ताप रही रही थी. इसी बीच आग की चपेट में आने से वह लगभग 60 प्रतिशत झुलस गयी थी. प्राथमिक उपचार के बाद उसे बीजीएज में भर्ती कराया गया था. घटना की पुष्टि करते हुए चिकित्सा प्रभारी डॉ विनय कुमार ने बताया कि उक्त कर्मी बिरनी प्रखंड के चितनखारी गांव की रहने वाली थी.
तीन-चार वर्षों से कर रही थी काम
सरिया अस्पताल में बीते लगभग तीन-चार वर्षों से कार्य कर रही थी. ड्यूटी के दौरान वह आग में झुलस गई थी जिसका उपचार बोकारो में कराया जा रहा था. उन्होंने बताया कि उनके निधन से अस्पताल परिवार में शोक है. मृतक के आश्रितों को मुआवजा के लिए आउटसोर्सिंग कर्मियों की बैठक चल रही है. लोगों ने शोक व्यक्त करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की है. शोक व्यक्त करने वालों में डॉ ललन कुमार, निखत परवीन, सुनीता कुमारी, प्रदीप कुमार, विवेक राय, संतोष कुमार, छोटेलाल रजक, शशिभूषण शर्मा, रंजीत कुमार, मालती रविदास, यशोदा कुमारी, मीना, सींटू, जयमनी कुमारी, सुनीता कुमारी, रेणु कुमारी, प्रमिला कुमारी समेत अन्य कर्मी शामिल हैं.
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