गावां प्रखंड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय नगवां तक पहुंच पथ के नहीं रहने से यहां अध्ययनरत बच्चों को खेत के मेड़ से होकर विद्यालय जाना पड़ता है. इस स्कूल में पहली से आठवीं कक्षा तक के लिए लगभग 350 बच्चे नामांकित हैं. अक्सर छोटे बच्चे खेतों और गड्ढों में गिर जाते हैं. फसल घनी होने पर जहरीले जीव-जंतुओं का भी खतरा बना रहता है. विद्यालय तक साइकिल-बाइक आदि भी नहीं जा सकती, लिहाजा छात्रों को रास्ता पैदल ही तय करना पड़ता है. वहीं जो शिक्षकों व छात्र-छात्राएं ज्यादा दूर से आते हैं वे मेड़ शुरू होने से पहले साइकिल खड़ी करके आगे का करीब आधा किलोमीटर का रास्ता पैदल तय करते हैं. स्थानीय लोगों ने कहा कि बरसात होने पर छोटे बच्चों को गोद में लेकर विद्यालय जाना पड़ता है, इससे काफी परेशानी होती है.
काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है
विद्यालय काफी लंबे समय से संचालित है. यहां अध्ययनरत बच्चे पगडंडी से होकर विद्यालय जाने को विवश हैं. पथ नहीं होने के कारण विद्यालय में चावल समेत अन्य सामग्रियों को ले जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. विभाग को इस दिशा में संबंधित जमीन के मालिकों से बातचीत कर इसका हल निकालना चाहिए. – रीता देवी, उप मुखिया, नगवां
पगडंडी भी काफी जर्जर है
पथ के अभाव में बच्चों को विद्यालय जाने में काफी परेशानी होती है. छोटे बच्चे अक्सर पगडंडी से फिसलकर खेत में गिर जाते हैं. पगडंडी भी काफी जर्जर है जिसके चारों तरफ घास फूस होने के कारण विषैले जीवों का खतरा बना रहता है. इस दिशा में ठोस पहल किये जाने की आवश्यकता है. – पार्वती साव, वार्ड सदस्य, नगवां
क्या कहते हैं मुखिया
मामले में नगवां मुखिया मो मेराज उद्दीन ने कहा कि यहां पहुंच पथ बनाने हेतु पहल किया गया था, लेकिन लोग जमीन देना नहीं चाहते हैं जिससे परेशानी हो रही है. इस दिशा में वे लगातार प्रयासरत हैं कि लोगों के सहयोग से विद्यालय तक पहुंच पथ का निर्माण हो सके. मामले में वरीय पदाधिकारियों को भी पहल करनी चाहिए.
निकाला जायेगा हल : सीओ
इधर गावां के अंचलाधिकारी अविनाश रंजन ने कहा कि लंबे समय से जब यहां विद्यालय संचालित है तो मानवता के आधार पर लोगों को सहयोगात्मक रवैया अपनाते हुए पथ निर्माण हेतु आगे आना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस दिशा में ग्रामीणों के द्वारा कोई लिखित आवेदन नहीं आया है. वे शीघ्र ही स्थानीय जमीन मालिकों व ग्रामीणों के साथ बैठक कर पथ निर्माण हेतु पहल करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

