बेंगाबाद क्षेत्र में डायन बिसाही का आरोप लगाकर अपराध के बढ़ते मामलों को देखते हुए थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह ने इसे गंभीरता से लिया है. वे बुधवार को दल बल के साथ बेंगाबाद के सुदूरवर्ती पंचायत भलकुदर के नैयाडाबर गांव पहुंचे. बिहार झारखंड के बाॅर्डर पर बसे इस गांव में पुलिस टीम ने बैनर पोस्टर के साथ गांव में जागरूकता अभियान चलाते हुए ग्रामीणों को इस सामाजिक बुराई से अवगत कराया. उन्होंने बताया डायन बिसाही जैसी को चीज नहीं होती है.
यह एक सामाजिक बुराई, इसमें फंसकर बर्बाद हो रहा लोगों का जीवन
पुलिस ने लोगों को बताया कि यह एक सामाजिक बुराई है जिसमें फंसकर लोग बर्बाद हो रहे हैं. बीमार पड़ने पर झाड़-फूंक व ओझा गुणी के चक्कर में पड़कर मौत को गले लगाने के बजाय डॉक्टर से इलाज करवायें. कहा कि समुचित इलाज नहीं होने पर लोग काल के गाल में समा रहे हैं और गांव की गरीब व विधवा महिलाओं के उपर डायन बिसाही का दोषारोपण करते हुए उसे प्रताड़ित किया जाता है. कहा किसी को डायन कहकर उसे प्रताड़ित करना कानूनन जुर्म है. कानून ऐसा करने वाले आपराधिक तत्वों के साथ सख्ती से पेश आयेगी. आसे आपराध में गैरजमानती धारा में केस व कड़े दंड का प्रावधान है. बताया कि बेंगाबाद के अन्य गांवों में भी इस तरह का जागरूकता अभियान चलाया जायेगा. मौके पर एसआई विभूति देव व अन्य मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

