भुक्तभोगी संजय वर्मा ने घटना की खबर रात में ही पुलिस को दे दी. बगोदर-सरिया के एसडीपीओ धनंजय राम, पुलिस निरीक्षक अजय कुमार, भरकट्टा ओपी प्रभारी अमन कुमार सिंह समेत कई पुलिस पदाधिकारी दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस ने संजय वर्मा व उनकी पत्नी से जानकारी ली व अपराधियों को धर-पकड़ में जुट गये. संजय वर्मा चिताखारो स्थित घर में वीडियोग्राफी करने के अलावा प्रज्ञा केंद्र, ग्रामीण बैंक का बीसी व राशन दुकान संचालित करते हैं. पीड़ित ने बताया कि वह घटना के समय अपनी पत्नी चंचला कुमारी व छह माह के पुत्र के साथ सोये हुए थे.
संजय वर्मा ने कार से लुकईया तक किया डकैतों का पीछा
संजय वर्मा ने बताया कि घर के पीछे का दरवाजा रात में जोर से बजा. दरवाजे में लगे लोहे की रॉड टेढ़ी हो गयी, जिससे दरवाजा खुल गया. उठकर देखे, लेकिन तब तक छह नकाबपोश अपराधी घर के अंदर प्रवेश कर गये. जब तक हम संभलते, तब तक एक अपराधी ने कट्टा दिखाकर उन्हें अपने कब्जे में ले लिया. बेटे को कट्टा दिखाकर हो हल्ला करने पर जान से मारने की धमकी दी. डकैतों ने वीसी को लेकर घर में रखे ढाई लाख रुपये नगद, 2 वीडियो कैमरा, एक ड्रोन कैमरा लगभग 3.50 लाख का, 2 लेपटॉप 70 हजार का, एक सोने का लॉकेट, सोने का कंगन यानि कुल 40 हजार के साथ-साथ 50 हजार रुपये का दो मोबाइल लूट लिया. इसमें सब मिलाकर कुल आठ लाख रुपये की संपत्ति लूटकर चलते बने. बाद में उन्होंने कार से लुकईया तक उनका पीछा भी किया. लेकिन तीन अपराधी बाइक से धर्मपुर की ओर भाग निकले. लोगों ने घटना की सूचना पुलिस पदाधिकारी को दी. सूचना पर उक्त पदाधिकारी रात को ही मेरे घर पर आकर घटना की जानकारी ली.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

