Giridih News: मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पांडेयडीह निवासी राजेंद्र दास के पुत्र 17 वर्षीय रोहित कुमार दास की प्रेम प्रसंग में बेरहमी से हत्या कर शव को उसरी नदी के घाट पर फेंक दिया गया. साजिश रच कर दोस्ती के बहाने रोहित को 15 अगस्त को बुला कर मौत के घाट उतार दिया गया. इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए मुफस्सिल थाना पुलिस ने मामले में शामिल मुख्य आरोपी शीतलपुर निवासी चंदू कुमार दास को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. वहीं इस हत्याकांड में शामिल दो अन्य आरोपियों पीयूष पासवान और माथाडीह निवासी रवि कुमार दास को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
क्या है मामला :
नगर थाना क्षेत्र के बरगंडा स्थित साईं मंदिर उसरी नदी घाट से मंगलवार की देर रात एक नाबालिग का शव बरामद होने से पूरे इलाके में दहशत फैल गया. मृतक की पहचान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पांडेयडीह निवासी राजेंद्र दास के पुत्र 17 वर्षीय रोहित कुमार दास के रूप में की गयी. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर बुधवार की सुबह पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया. मंगलवार और बुधवार की मध्यरात्रि करीब एक बजे नगर थाना पुलिस को सूचना मिली कि नदी घाट किनारे झाड़ियों में एक युवक का शव पड़ा है. नगर थाना प्रभारी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया. मामले की गंभीरता को देखते हुए मुफस्सिल थाना की पुलिस को भी जानकारी दी गयी. दोनों थानों की टीमों ने मिलकर शव की पहचान करायी. थोड़ी देर बाद मृतक के परिजन भी मौके पर पहुंचे और रोहित के रूप में शव की पहचान की. शव मिलने की खबर के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया.थाना में दर्ज करायी थी गुमशुदगी की रिपोर्ट :
मृतक की मां बिंदिया देवी ने बताया कि उनका बेटा 15 अगस्त की सुबह करीब 8 बजे घर से घूमने की बात कहकर निकला था, लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौटा. परिजनों ने उसकी खोजबीन की और मोबाइल पर भी संपर्क साधने का प्रयास किया, लेकिन उसका फोन लगातार बंद बता रहा था. जब तीन दिनों तक खोजने के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चला तो परिजनों ने 18 अगस्त को मुफस्सिल थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी.गांजा के नशे में आरोपियों ने रोहित को मौत के घाट उतारा :
पुलिस सूत्रों के अनुसार सबसे पहले मुख्य आरोपी चंदू कुमार दास को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तारी के बाद जब उससे कड़ाई से पूछताछ की गई, तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया. पूछताछ के दौरान चंदू ने हत्या की साजिश और वारदात के तरीके का खुलासा किया. चंदू ने पुलिस को बताया कि 15 अगस्त के दिन वह और उसके दोनों साथी पीयूष पासवान और रवि कुमार दास, पहले से ही रोहित की हत्या की योजना बना चुके थे. तय साजिश के तहत चंदू ने ही रोहित को फोन कर घूमने के बहाने घर से बुलाया. तीनों आरोपी रोहित को शहरी क्षेत्र के बरमसिया स्थित एक पार्क में ले गये. वहां चारों ने बैठकर गांजा पिया. आरोपियों ने उसी जगह रोहित को मारने की योजना बनायी थी, लेकिन पार्क में भीड़भाड़ और लोगों की आवाजाही अधिक होने के कारण उन्हें मौका नहीं मिल सका. इसके बाद तीनों आरोपी रोहित को बहला-फुसलाकर उसरी नदी घाट ले आये. वहां सभी ने फिर से गांजा पिया. इस दौरान रोहित पूरी तरह नशे में चूर हो गया और खुद का बचाव करने की स्थिति में नहीं रहा. इसी बीच मौका देखकर चंदू ने अचानक चाकू से उसके ऊपर वार कर दिया. इसके बाद पीयूष और रवि ने मिलकर लोहे की रॉड से उसके सिर पर कई वार किये, जिससे रोहित की मौके पर ही मौत हो गयी. हत्या करने के बाद तीनों ने शव को वहीं झाड़ियों में फेंक दिया और फरार हो गये.15 अगस्त की दोपहर तीन बजे की गयी थी रोहित की हत्या
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी चंदू कुमार दास ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया है कि रोहित की हत्या 15 अगस्त की दोपहर करीब तीन बजे की गयी थी. चंदू ने पुलिस को बताया कि पार्क से करीब तीन बजे दोपहर में सभी रोहित को लेकर सीधे उसरी नदी घाट पहुंचे थे. हत्या के बाद तीनों ने शव को पास की झाड़ियों में घसीटकर फेंक दिया, ताकि किसी को तत्काल इसकी भनक न लग सके. चंदू ने पुलिस को यह भी बताया कि हत्या के बाद आरोपियों ने रोहित का मोबाइल फोन भी झाड़ियों में फेंक दिया था, ताकि पुलिस तक कोई सुराग नहीं मिल सके. हालांकि, पुलिस ने गहन जांच और सर्च ऑपरेशन के दौरान मृतक का मोबाइल फोन बरामद कर लिया है.15 महीने पहले भी मिली थी जान से मारने की धमकी
रोहित कुमार दास की मौत ने कई पुराने जख्म भी ताजा कर दिये हैं. मृतक की मां बिंदिया देवी ने खुलासा किया है कि करीब 15 महीने पहले भी उनके परिवार के साथ मारपीट और जान से मारने की धमकी की घटना घट चुकी थी. इस संबंध में उन्होंने वर्ष 2024 के मई माह में मुफस्सिल थाना में लिखित आवेदन भी दिया था. बिंदिया देवी के अनुसार 13 मई 2024 की शाम करीब 4:30 बजे अचानक उनके घर में कुछ लोग जबरन घुस आये थे. आरोप है कि इस दौरान पड़ोस में रहने वाले विवेक पासवान, पीशु पासवान, तलवा पासवान, सुनील पासवान और विक्रम पासवान समेत पांच से 10 अज्ञात लोग उनके बेटे रोहित को पकड़ कर बेरहमी से मारने लगे. इस हमले में रोहित गंभीर रूप से घायल हो गया था. पीड़िता ने बताया कि आरोपितों ने सिर्फ उनके बेटे को ही नहीं, बल्कि घर में घुसकर उनके साथ भी मारपीट की थी. इतना ही नहीं, गाली-गलौज करते हुए पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी थी. उस वक्त इस घटना से पूरा परिवार दहशत में आ गया था और उन्होंने मुफस्सिल थाना जाकर लिखित शिकायत की थी. बिंदिया देवी ने कहा कि उस दिन की घटना के बाद से ही उनका परिवार भय के साये में जी रहा था.
साजिश रच कर की गयी रोहित की हत्या
रोहित कुमार दास की हत्या के पीछे की असली वजह आखिरकार सामने आ गयी है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह सनसनीखेज हत्या पूरी तरह से प्रेम संबंध का परिणाम है. जांच में सामने आया है कि मृतक रोहित का प्रेम संबंध पीयूष पासवान की बहन के साथ था. हालांकि पीयूष की बहन की शादी करीब एक वर्ष पूर्व ही हो चुकी थी, इस बात को लेकर पीयूष लंबे समय से रोहित से नाराज़ था. परिजनों ने भी पुलिस को बताया कि युवती की शादी हो जाने के बावजूद पीयूष रोहित पर लगातार गुस्सा करता था. अक्सर दोनों के बीच विवाद होता था और पीयूष कभी मारपीट, तो कभी धमकी देने जैसी हरकतें करता रहा. कई बार रोहित ने इसकी शिकायत घर पर भी की थी. इसके बावजूद यह रंजिश खत्म नहीं हुई और धीरे-धीरे मामला गहरी दुश्मनी में बदल गया. इसी पुरानी दुश्मनी को लेकर पीयूष ने अपने साथी चंदू दास और रवि कुमार दास को शामिल कर हत्या की साजिश रची. योजना के अनुसार चंदू को जिम्मेदारी दी गयी कि वह रोहित को घर से बाहर बुलाये. पुलिस सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में यह स्पष्ट हुआ है कि हत्या के दौरान सबसे पहला वार चंदू ने ही किया था. इसके बाद पीयूष और रवि ने मिलकर रोहित पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया. इस तरह पहले से रची गयी पूरी योजना को तीनों ने मिलकर अंजाम दिया और फिर शव को छिपाने की कोशिश की. प्रेम संबंध से उपजा यह खूनी खेल पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.
एक आरोपी को भेजा जा चुका है जेल, दो से पूछताछ जारी : थाना प्रभारी
मुफस्सिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो बताया कि जैसे ही नगर थाना क्षेत्र के नया पुल के पास युवक का शव बरामद हुआ, उसी क्षण से पुलिस की पूरी टीम आरोपियों की खोजबीन में जुट गयी थी. तकनीकी साक्ष्य और गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने सबसे पहले शीतलपुर निवासी चंदू कुमार दास को गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के बाद जब उससे कड़ाई से पूछताछ की गई, तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया और पूरे मामले की साजिश का खुलासा किया. चंदू की निशानदेही पर ही पीयूष पासवान और माथाडीह निवासी रवि कुमार दास को भी हिरासत में लिया गया है. फिलहाल दोनों से लगातार पूछताछ की जा रही है और कई अहम जानकारियां सामने आ रही हैं. दोनों आरोपियों ने हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. पूरे मामले की जड़ प्रेम संबंध है. इसे लेकर पहले से ही विवाद चल रहा था. इसी वजह से तीनों आरोपियों ने मिलकर साजिश रची और वारदात को अंजाम दिया. कहा कि इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी चंदू को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि बाकी दोनों आरोपियों को भी जल्द ही जेल भेज दिया जायेगा. पुलिस हर एंगल से मामले की जांच और आवश्यक कार्रवाई कर रही है.
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