दोनों पक्षों की बातें सुनने के बाद एसडीओ ने कहा कि दोनों पक्ष आपसी समन्वय बनाकर रहें. इस दौरान पुलिस प्रशासन, जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं की पहल पर दोनों पक्ष के बीच समझौता हुआ और सभी एक-दूसरे के गले मिले. मौके पर एसडीपीओ जीतवाहन उरांव, प्रमुख राजकुमार पाठक, जिप सदस्य हिंगामुनि मुर्मू, बीडीओ निसात अंजुम, सीओ मो हुसैन, इंस्पेक्टर कमाल खान, ताराटांड़ थाना प्रभारी सुशांत कुमार चिरंजीवी, अर्जुन बैठा, यदुनंदन पाठक, प्रो. प्रवीन चौधरी, मो अकबर, हाजी मो उस्मान, मो नासिर, मो मकसूद, फरदीन इम्तियाज अहमद, चांदमल मरांडी, प्रो अरुण हाजरा,एंथोनी स्वामी, दारा सिंह, शिवा मूर्मू, मो मुश्ताक, चिंतामणि सिंह, मो नसीम, राजकुमार तुरी, संजू सिंह, मो जब्बार समेत अन्य मौजूद थे.
दोनों पक्षों के 10-10 नामजद समेत दो सौ अज्ञात पर केस
मजिस्ट्रेट के आवेदन पर ताराटांड़ थाना में दोनों समुदाय के 10-10 नामजद समेत दो सौ अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है. हालांकि, शुक्रवार को ताराटांड़ थाना में आयोजित बैठक में समझौते के गांव से निषेधाज्ञा हटा दी गयी है.
क्या है मामला
बता दें कि बीते मंगलवार की शाम को तुलसी विवाह को लेकर गाजे बाजे के साथ ग्राम भ्रमण बदगुंदा मस्जिद के रास्ते से गुजर रही थी, जिसे दूसरे समुदाय के लोगों ने रोक दिया था. घटना को लेकर दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हुई थी, लेकिन ताराटांड़ पुलिस ने घटना की सूचना पर तत्काल पहुंच कर दोनों पक्षों को शांत करा दिया था. इधर, दूसरे दिन बुधवार की सुबह पुनः दोनों पक्षों के बीच झड़प के बाद पथराव हो गया. इसमें कई लोग जख्मी हो गये थे. सूचना पर डीसी रामनिवास यादव, एसपी डॉ विमल कुमार, एसडीओ, एसडीपीओ, बीडीओ, सीओ, इंस्पेक्टर, गांडेय व ताराटांड़ थाना प्रभारी समेत काफी संख्या में जवान पहुंचे और दोनों पक्षों को शांत करवाया. साथ ही गांव में निषेधाज्ञा लागू कर दी छा.
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