स्थानीय लोगों की मदद से किसी तरह मामला शांत हुआ. इसके बाद सभी को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया. घायलों में पहले पक्ष के गोकुल कुमार, बबलू पंडित, संतोष पंडित, चंदन पंडित, सुनीता देवी, अजय पंडित, सोनू कुमार, मोनू कुमार, कुंदन कुमार और अयोध्या कुमार शामिल हैं. वहीं दूसरे पक्ष से सचिन यादव, राहुल यादव, अंकित साव, नंदलाल यादव और खुशबू देवी घायल हुए हैं.
20 साल से जमीन पर है कब्जा : पहला पक्ष
पहले पक्ष के घायलों का कहना है कि उक्त जमीन पर उनका बीते 20 साल से कब्जा है. गुरुवार की शाम जब वे अपने जमीन पर काम कर रहे थे, तभी दूसरे पक्ष के लोग अचानक पहुंचे और हमला कर दिया. आरोप है कि इसी जमीन विवाद को लेकर पहले भी कई बार दूसरे पक्ष के लोग हमला कर चुके हैं और इस बाबत थाना में आवेदन भी दिया गया था, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई.
पैसे लौटाने के बाद भी नहीं छोड़ रहे गिरवी रखी हुई जमीन : दूसरा पक्ष
वहीं दूसरे पक्ष के घायलों का कहना है कि लगभग 20 साल पहले इस जमीन को गिरवी पर रखा गया था. समझौते के अनुसार जैसे ही रुपये लौटा दिये जाते, जमीन वापस मिलनी थी. लेकिन पहले पक्ष ने रुपये लौटाने के बावजूद जमीन वापस नहीं किया. गुरुवार को जब पहले पक्ष के लोग जमीन पर बाउंड्री कर रहे थे, तो विरोध करने पर दोनों पक्षों के बीच झड़प शुरू हो गयी.आवेदन मिलने पर होगी सख्त कार्रवाई : थाना प्रभारी
मामले को लेकर मुफस्सिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो ने कहा कि झरियागादी में हुए मारपीट की घटना की जानकारी पुलिस को मिली है, लेकिन अब तक किसी भी पक्ष की ओर से थाना में आवेदन नहीं दिया गया है. उन्होंने बताया कि पुलिस टीम को जांच के लिए घटनास्थल पर भेजा गया है. उन्होंने कहा कि आवेदन मिलने पर विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

