इससे पूर्व माले जिला कार्यालय पपरवाटांड़ में सभा हुई. अध्यक्षता करते हुए किसान महासभा के पूरन महतो ने कहा कि मोदी सरकार मजदूर व गरीब विरोधी है. इनका सामना सिर्फ लाल झंडा ही कर सकता है. इस दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गयी.
क्या है मांग
सौंपे गये ज्ञापन के माध्यम से किसानों के फसल का एमएसपी की कानूनी गारंटी करने, सभी पंचायतों में शीघ्र धान क्रय केंद्र खोलने, मजदूर विरोधी चार लेबर कोड रद्द करने, वन भूमि पर निवास करने वाले गरीबों, भूमिहीनों व आदिवासियों को वनाधिकार कानून 2006 के तहत वनपट्टा देने की गारंटी करने, मनरेगा मजदूरों को साल में 200 दिन काम और 600 रुपये दैनिक मजदूरी की गारंटी करने, जमुआ प्रखंड के दलिया गांव में आबादी के बीच पत्थर खदान की जांच कर तत्काल रद्द करने तथा गोलीकांड की निष्पक्ष जांच करने आदि मांग की गयी है. मौके पर जिला सचिव अशोक पासवान, कन्हाई पांडेय, राजेश सिन्हा, विजय सिंह, मुस्तकीम अंसारी, जयनारायण यादव, अजीत राय, रामकिशन यादव, अरुण वर्मा, शंकर पांडेय, रामलाल मुर्मू, मसूदन कोल आदि उपस्थित थे.
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