आवेदन में कहा गया है कि दिशोम गुरु स्व. शिबू सोरेन के निधन के बाद परंपरा और धार्मिक आस्था के अनुरूप अंतिम संस्कार और दशकर्म का आयोजन किया गया. इसी दौरान सोशल मीडिया पर कुछ लोगों द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी की गयी, जिससे समाज की धार्मिक भावना आहत हुई है. प्रकरण को गंभीर मानते हुए पुलिस ने टिप्पणी करनेवाले एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. हालांकि पुलिस मामले को लेकर कुछ भी बताने से इनकार कर रही है. आवेदन देने के दौरान मौजूद झामुमो के युवा नेता हसनैन अली ने कहा कि यह मामला केवल एक व्यक्ति या समाज विशेष से जुड़ा नहीं है, बल्कि पूरी आदिवासी अस्मिता और धार्मिक मान्यता पर प्रहार है. उन्होंने मांग की कि दोषियों पर कठोर कार्रवाई हो, ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह की हरकत करने की हिम्मत न कर सके.
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