मौत की खबर गांव पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. मृतक अपने पीछे पत्नी बसंती देवी, बेटी सोनिया कुमारी, मां सावित्री देवी और बुजुर्ग पिता श्यामलाल मरांडी को छोड़ गया है. प्रवासी श्रमिकों के अधिकारों के लिए काम करने वाले समाजसेवी भुनेश्वर कुमार महतो ने बताया कि अर्जुन पिछले कुछ वर्षों से गुजरात में मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहा था. गुरुवार को अचानक उसकी तबीयत खराब हो गयी. साथियों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. श्री महतो ने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार रोजगार की तलाश में बाहर जाने वाले मजदूरों की सुरक्षा, अधिकार और बीमा की जिम्मेदारी ले.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

