आवेदन में रूपलाल महतो समेत अन्य ग्रामीणों ने कहा है कि गांव में 69 डिसमिल जमीन पर तालाब है. गर्मी के मौसम में ग्रामीणों ने अपने स्तर से तालाब को गहरा किया और उसमें मछली पालन शुरू किया. बताया है कि इस कार्य में ग्रामीणों ने साढे चार लाख रूपये खर्च किये हैं. गांव के ही एक व्यक्ति ने उक्त तालाब में सात डिसमिल जमीन का दावा किया है. पिछले एक साल से इस बात को लेकर विवाद चला आ रहा है. उक्त व्यक्ति तालाब से मछली पालन और उसे मारकर बेचने पर आपति जता रहा था. इधर गुरुवार की सुबह तालाब में पल रहीं मछलियों को मृत अवस्था में पानी के उपर तैरता देख ग्रामीण हतप्रभ रह गये. इसकी जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण वहां जुटे और अंदेशा जताया है कि गांव के ही उक्त व्यक्ति ने मौका पाकर तालाब में जहरीला पदार्थ डाल दिया जिससे तीन क्विंटल मछली मर गयीं. इससे ग्रामीणों को 50000 से अधिक का नुकसान हुआ है. कहा है कि उक्त तालाब का पानी गांव के मवेशी भी पीते हैं जिसपर भी खतरा मंडरा रहा है. आवेदन में राजू वर्मा, सुशीला देवी, भातु महतो, लक्ष्मण महतो, गाजो महतो, हेमलाल प्रसाद वर्मा, सुधीर महतो, सरिता वर्मा, छकनी देवी सहित दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों का हस्ताक्षर है. इधर आवेदन मिलने के बाद अधिकारी जांच पड़ताल में जुट गये हैं.
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