गिरिडीह : तीन वर्षीय भांजे की हत्या करनेवाला 30 वर्षीय मो कुर्बान उर्फ अताउला उर्फ अख्तर अंसारी साइको किलर है. इसे मासूमों की हत्या की लत लग चुकी है और घटना पर इस युवक को अफसोस भी नहीं है. बताया जाता है कि शनिवार को अपने भांजे मो अरमान की हत्या से पूर्व इस युवक ने अपने सगे भतीजे की हत्या लगभग 10 माह पूर्व की थी.
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भतीजे की हत्या कर 10 माह से फरार था कुर्बान
गिरिडीह : तीन वर्षीय भांजे की हत्या करनेवाला 30 वर्षीय मो कुर्बान उर्फ अताउला उर्फ अख्तर अंसारी साइको किलर है. इसे मासूमों की हत्या की लत लग चुकी है और घटना पर इस युवक को अफसोस भी नहीं है. बताया जाता है कि शनिवार को अपने भांजे मो अरमान की हत्या से पूर्व इस युवक […]
भतीजे की हत्या की प्राथमिकी धनवार थाना में दर्ज है और तभी से कुर्बान फरार था. शनिवार की रात को मुफस्सिल पुलिस के हत्थे चढ़े इस हत्यारोपी ने दोनों घटनाओं में संलिप्तता स्वीकार की है.
बात नहीं सुनने पर आ जाता है गुस्सा : पुलिसिया पूछताछ में कुर्बान ने बताया कि बचपन से ही उसे पिता का सहयोग नहीं मिला था और वह अपने बड़े भाई के साथ कचड़ा चुनने का काम करता था. कुछ बड़ा होने पर वह बेंगलुरू जाकर होटल में काम करने लगा. कमाई वह बड़े भाई को देता था. शादी होने के बाद बच्चा भी हुआ.
इसके बाद भी जब वह बाहर कमाकर घर आता तो सारी कमाई उसका बड़ा भाई ले लेता था और उसे पुन: बाहर कमाने भेज देता था. बाहर जाने में देरी करने पर बड़ा भाई उसे मारता था और उसकी पत्नी भी बड़े भाई का साथ देती थी, जिससे उसे संदेह होने लगा की उसकी पत्नी व बड़े भाई के बीच गलत संबंध है.
इसी गुस्से में आकर 10 माह पूर्व उसने अपने बड़े भाई के आठ वर्षीय पुत्र अरमान की हत्या गला रेतकर कर दी, जिसके बाद बेंगलुरू भाग गया. इस घटना के समय उसकी एक बहन भी मौजूद थी. उसकी बहन अभी जेल में बंद है.
10 दिनों पूर्व लौटा था बेंगलुरू से
कुर्बान ने बताया कि दस दिनों पूर्व ही वह बेंगलुरू से गिरिडीह लौटा था, लेकिन अपने घर धनवार थाना इलाके के चिहुटीमारन नहीं गया. उसे डर था की वह अपने घर जायेगा तो पुलिस उसे पकड़ लेगी. इस वजह से वह बरवाडीह के उस किराये के मकान में रहने लगा, जहां पर उसकी मां रहती थी. इस किराये के मकान में उसकी सौतेली बहन शबनम भी अपने दो बच्चों के साथ रह रही थी.
इस दौरान उसने अपनी बहन शबनम को कहा कि वह बड़े भाई से बात कर पुराने मामले को सलटाये, लेकिन शबनम ने उसकी बातों पर ध्यान नहीं दिया. शनिवार की दोपहर लगभग दो बजे उसकी बहन शबनम अपने दोनों बच्चों के साथ सो रही थी, इस बीच तीन साल के अरमान को उठाकर वह रेलवे स्टेशन के समीप झाड़ियों से घिरे तालाब के समीप पहुंचा और उसे तालाब में फेंक दिया, जिससे उसकी मौत डूबने से हो गयी.
दो हत्या की बात कबूली : थाना प्रभारी
थाना प्रभारी रत्नेश मोहन ठाकुर ने बताया कि गिरफ्तार कुर्बान ने अपने भांजे के साथ भतीजे की हत्या की बात कबूल की है. इसकी जानकारी धनवार थाना को भी दे दी गयी है.
हत्यारे को कड़ी सजा दिलाने की मांग
शनिवार की दोपहर से अपने पुत्र को ढूंढ रही शबनम का रो-रोकर बुरा हाल बना हुआ था. रात में जब यह साफ हो गया कि उसके भाई ने ही उसके पुत्र की हत्या कर दी तो वह बेहोश होने लगी. मुहल्ले के लोग शबनम का ढाढांस बंधा रहे थे. शबनम बार-बार यही कहती की वह कौन सी घड़ी थी जब वह अपने ससुराल से गिरिडीह आयी थी. इधर घटना के बाद जिस किसी को पूरा मामला पता चला सभी ने हत्यारे को कड़ी सजा दिलाने की मांग की.
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