उदघाटन के 14 घंटे में ही बह गया कोनार नहर का तटबंध
2176.25 करोड़ की लागत से बनी है कोनार नहर सिंचाई परियोजना
बगोदर : जिस कोनार नहर सिंचाई परियोजना का उद्घाटन राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बुधवार पूर्वाह्न 11.30 बजे किया, उसका तटबंध (मेड़) रात करीब 1.30 बजे बह गया. 2176.25 करोड़ की लागत से तैयार इस परियोजना के निर्माण में बरती अनियमितता की पोल बगोदर प्रखंड की कुशमर्जा पंचायत के खटैया-घोसको में खुल गयी. यहीं पर मेड़ बहा है.
इसके बाद नहर में जमा पानी किसानों के खेतों में जा घुसा. पानी के बहाव से पंचायत के घोसको, खटैया और भेलगढ़ा गांव के करीब 90 एकड़ भूभाग में लगी धान, मकई, मडुआ, मूंगफली की फसल को भारी नुकसान हुआ है. इधर, मेड़ टूटने की जानकारी मिलते ही किसान रात को ही जुटने लगे. गुरुवार की सुबह पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह भी पहुंचे और स्थिति को देखा. तटबंध टूटने से किसानों को एक करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा.
चूहों के कारण टूटा कोनार परियोजना का तटबंध
रांची : कोनार नहर परियोजना की नहर टूटने व फसल नष्ट होने की घटना की प्रारंभिक जांच में तटबंध टूटने के लिए चूहों के जिम्मेवार होने की आशंका जतायी गयी है. मुख्य अभियंता द्वारा अपर मुख्य सचिव को सौंपी गयी प्रारंभिक रिपोर्ट में रैट होल्स (चूहे के बिल) की वजह से घटना की संभावना जतायी गयी है. अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता के नेतृत्व में उच्चस्तरीय समिति गठित किया है. समिति को 24 घंटों के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है.