बिरनी, गावां व देवरी में है मूल पदस्थापना
जिले के कई प्रखंडों के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी (बीइइओ) के 31 जनवरी 2025 को सेवानिवृत्त हो गये. इसके कारण जिले के 13 प्रखंडों की शिक्षा व्यवस्था महज तीन बीइइओ के जिम्मे आ गयी है. मूल रूप से तीन प्रखंडों में पदस्थापित बीइइओ को 10 प्रखंडों का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. इस मामले में स्कूली एवं साक्षरता विभाग प्राथमिक शिक्षा झारखंड रांची के पत्र के आलोक में जिले में कार्यरत बीइइओ को मूल पदस्थापन के अतिरिक्त झारखंड कोषागार नियमावली 2016 के नियम 87 के तहत वित्तीय शक्ति प्रदान करते हुए अपने कार्य के अतिरिक्त अन्य प्रखंडों व स्थापना विद्यालय के निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी के रूप में प्राधिकृत किया गया है. इस संबंध में जिला शिक्षा अधीक्षक ने सात फरवरी को पत्र जारी किया है. ये हैं पदस्थापित : वर्तमान में जिले में महज तीन बीइओ पदस्थापित हैं. इनमें अशोक कुमार बिरनी में, तीतूलाल मंडल गावां में तथा रंजीत कुमार चौधरी देवरी-टू में पदस्थापित हैं.अतिरिक्त प्रभार में चल रहे 10 प्रखंड
जिले में पदस्थापित तीन बीइइओ को 10 ब्लॉक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. बिरनी के बीइइओ अशोक कुमार को पीरटांड़, डुमरी, बगोदर व सरिया का बीइइओ तथा स्थापना विद्यालय मवि चिरकी, मवि चैनपुर व मवि हेसला का निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. इसी तरह गावां के बीइइओ तीतूलाल मंडल को तिसरी, जमुआ एवं धनवार का अतिरिक्त प्रभार मिला है. वह मध्य विद्यालय खिजुरी, भंडारो व मध्य विद्यालय धनवार का निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी भी हैं, इसी तरह देवरी-टू के बीइओ रंजीत कुमार चौधरी को देवरी-वन, गिरिडीह-वन व टू, बेंगाबाद व गांडेय (वन/टू) का कार्यभार संभाले हुए हैं. स्थापना विद्यालय मध्य विद्यालय घोसे, मध्य विद्यालय नेहरू व मध्य विद्यालय दूधीटांड के निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी का उन्हें अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

