गढ़वा.
सदर अस्पताल में सोमवार को स्पेसल न्यू बोर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) में छह दिन की बच्ची की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. उनकी उग्रता देखते हुए मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी. पुलिस ने गढ़वा सदर अस्पताल पहुंचकर परिजनों को समझा-बूझकर उन्हें शांत कराया. बताया गया कि गढ़वा थाना क्षेत्र के तिलदाग गांव निवासी जाहिद खान की पत्नी बेबी खातून को नौ अप्रैल को दिन के 11 बजे गढ़वा सदर अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था. इसके बाद उसी दिन 12.26 बजे उसने एक बच्ची को जन्म दिया. बच्ची काफी सुस्त थी. आरोप है कि ड्यूटी पर उपस्थित नर्स सोनी कुमारी व विजय राम ने उससे पांच हजार रु की मांग की. परिजनों ने किसी तरह से नर्स को तीन हजार रु दिये. लेकिन इससे नर्स नाराज हो गयी और बिना बच्ची को पोंछ कर साफ किये परिजनों को दे दिया. इसके बाद परिजनों ने एक सहिया के सहयोग से बच्ची को स्वयं पोंछकर उसे एसएनसीयू में भर्ती कराया. बच्ची का इलाज चल रहा था. बच्ची के हाथ-पैर से रक्त बह रहा था : इस बीच रविवार को अपराह्न करीब तीन बजे उसके परिजन जब बच्ची को देखने गये, तो बच्ची के हाथ एवं पैर से रक्त बह रहा था. परिजनों ने इस संबंध में ड्यूटी पर उपस्थित नर्स सुषमा कुमारी व शांति कुमारी से पूछताछ की, तो उन्होंने बताया कि किट लगाने के कारण उसके हाथ पैर से रक्त बह रहा है. परिजनों ने आरोप लगाया कि नर्स ने उसे टरका कर उन्हें वहां से भेज दिया.बच्ची का हाथ तोड़ देने का आरोप : परिजनों का आरोप है कि बच्ची का हाथ लापरवाही के कारण तोड़ दिया गया था. इसके बाद ड्यूटी में उपस्थित चिकित्सक को परिजनों ने दिखाया, तो उन्होंने कहा कि बच्चा के हाथ का एक्सरे करने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. तब परिजनों ने कहा कि उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाये. लेकिन चिकित्सकों ने कहा कि सोमवार को उसे छुट्टी दे दी जायेगी. इधर सोमवार को करीब आठ बजे जब परिजन बच्ची को देखने गये, तो बच्ची मृत पायी गयी.
हंगामा देख दोनों नर्स फरार हो गयी : इसके बाद परिजनों ने सदर अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया. इसी क्रम में ड्यूटी पर उपस्थित नर्स नीलू कुमारी तथा सीमा कुमारी वहां से फरार हो गयी. घटना के बाद पुलिस ने गढ़वा सदर अस्पताल पहुंच कर उसके परिजनों से फर्द बयान लिया. इसके बाद मृत बच्ची को अंत्यपरीक्षण के लिए भेजा गया. तीन चिकित्सकों की टीम बनाकर बच्ची का अंत्यपरीक्षण कराया गया.आरोपी नर्सों पर कार्रवाई की जायेगी : सिविल सर्जनघटना की जानकारी मिलने के बाद सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार सदर अस्पताल पहुंचे व परिजनों से घटना की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि दोषी नर्सों पर कार्रवाई की जायेगी तथा उन्हें गढ़वा सदर अस्पताल से हटाया जायेगा.
बच्ची को देखने के लिए 200 रु देने पड़ते थे : मुकीमा बीबीमृतक बच्ची की दादी मुकीमा बीबी ने बताया कि जब तक उसका बच्चा एसएनसीओ में भर्ती रही, तब तक उन्हें बच्ची को देखने नहीं दिया जा रहा था. इसके लिए उसे 200 रुपए नर्स को देने पड़ते थे. साथ ही उसे चाय नाश्ता भी कराना पड़ता था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है