पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मासिक अपराध गोष्ठी का आयोजन प्रतिनिधि, गढ़वा पुलिस अधीक्षक अमन कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में मासिक अपराध गोष्ठी का आयोजन किया गया. इस अवसर पर एसपी ने विभिन्न अपराधों की समीक्षा करते हुए सभी थाना, ओपी प्रभारियों और अनुसंधानकर्ताओं को लंबित मामलों के त्वरित निष्पादन और अपराध नियंत्रण के लिए कई निर्देश दिये. एसपी अमन कुमार ने पुराने लंबित कांडों की गहन समीक्षा की और उनका शीघ्र निपटारा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि नियमित अंतराल पर सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाये जायें और वाहन चेकिंग के दौरान रक्षक ऐप में वाहनों की विवरणी अनिवार्य रूप से दर्ज की जाये. इसके अलावा, थाना क्षेत्रों में रोड सेफ्टी और साइबर सुरक्षा जैसे सुरक्षात्मक मामलों में जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश भी दिये. एसपी ने प्रतिबिंब पोर्टल से प्राप्त मोबाइल नंबरों का समय पर सत्यापन करने और नफीस सॉफ्टवेयर में कैदियों के फिंगरप्रिंट की प्रविष्टि सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया. इसके साथ ही, एसपी ने विगत माह में दर्ज कांडों की समीक्षा करते हुए अनुसंधान में तेजी लाने की बात कही और विशेष रूप से एससी/एसटी तथा पॉक्सो एक्ट के मामलों के अनुसंधान पर ध्यान देने को कहा. नक्सल कांडों के त्वरित निष्पादन और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के समय पर प्राप्ति पर भी जोर दिया. उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं और एससी/एसटी कांडों में मुआवजा के लिए संबंधित विभाग को प्रस्ताव भेजने की बात कही, साथ ही दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए ब्लैक स्पॉट्स को चिह्नित करने और विशेष उपायों को लागू करने के निर्देश दिये. इ-साक्ष्य पर कांडों की इंट्री करने का निर्देश एसपी ने अनुसंधानकर्ताओं को इ-साक्ष्य पर कांडों की इंट्री करने और कांफ्रेंस पोर्टल में थानावार प्रविष्टि करने का निर्देश दिया. इसके अतिरिक्त, उन्होंने पेट्रोलिंग पार्टी की निगरानी क्यूआर कोड के माध्यम से करने, वारंट/कुर्की निष्पादन, ड्रंक ड्राइविंग, चोरी, लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट, साइबर पुलिस पोर्टल, पीजी पोर्टल, एनडीपीएस, सीसीए, और आइटी एक्ट से संबंधित मामलों में तीव्रता लाने के निर्देश दिये. गोवंशीय पशु अधिनियम की जानकारी दी मासिक अपराध गोष्ठी के दौरान, पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमित कुमार (कांडी) ने झारखंड गोवंशीय पशु अत्याचार अधिनियम-2005 के तहत गाय और उसके गोवंश के वध पर प्रतिबंध से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर अनुसंधानकर्ताओं को विस्तृत जानकारी दी, ताकि कांड अनुसंधान में सुगमता हो सके. मासिक अपराध गोष्ठी के अंत में, पुलिस अवर निरीक्षक रामरेखा तिवारी को उनकी सेवानिवृत्ति के उपरांत सम्मानपूर्वक विदाई दी गयी. इस बैठक का उद्देश्य अपराधों के नियंत्रण और अनुसंधान में गति लाना था, जिससे पुलिस विभाग की कार्यक्षमता में वृद्धि हो सके.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

