खाद्यान्न गबन कांड के बाद एक्शन में प्रशासन प्रतिनिधि, केतार (गढ़वा) केतार स्थित राज्य खाद्य निगम (एसएफसी) गोदाम में पूर्व में हुए बड़े खाद्यान्न घोटाले को देखते हुए जिला प्रशासन अब पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. सोमवार को अपर समाहर्ता ने प्रखंड मुख्यालय स्थित सरकारी गोदाम का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने खाद्यान्न के उठाव, वितरण और स्टॉक पंजी की सघन जांच की. निरीक्षण के दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी सह आपूर्ति पदाधिकारी प्रशांत कुमार ने बताया कि अपर समाहर्ता द्वारा यह जांच विशेष रूप से इस उद्देश्य से की गयी थी ताकि पूर्व में हुए घटनाक्रम की पुनरावृत्ति न हो. उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि प्रखंड के सभी राशन डीलरों तक राशन की पहुंच पूरी पारदर्शिता के साथ सुनिश्चित की जाये. जांच के दौरान अपर समाहर्ता ने गोदाम प्रबंधक और सहायक सिद्धेश्वर नाथ सिंह से कई महत्वपूर्ण सवाल किये, जिनमें प्रखंड में कुल कितने डीलर सक्रिय हैं, गोदाम की वर्तमान भंडारण क्षमता कितनी है, वर्तमान में किस माह का राशन उपलब्ध है और उसका वितरण कहां तक पहुंचा है. ज्ञात हो कि दो माह पूर्व केतार राज्य खाद्य निगम गोदाम से 9003 क्विंटल राशन के गबन का बड़ा मामला सामने आया था. इस मामले में जिला प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए तत्कालीन प्रभारी गोदाम प्रबंधक राजीव कुमार को जेल भेज दिया था, जबकि कंप्यूटर ऑपरेटर अमित कुमार को सेवामुक्त (कार्यमुक्त) कर दिया गया था. इसके बाद अब प्रशासन हर कदम फूंक-फूंक कर रख रहा है. निरीक्षण के दौरान अपर समाहर्ता, बीडीओ सह एमओ प्रशांत कुमार, प्रखंड सहायक सिद्धेश्वर नाथ सिंह सहित कई अन्य कर्मी भी उपस्थित थे.
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