रमेश विश्वकर्मा, डंडई नये साल के आगमन और दिसंबर की गुलाबी ठंड के बीच गढ़वा जिले का प्रमुख पर्यटन स्थल पनघटवा डैम इन दिनों सैलानियों के बीच खास आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. डंडई और धुरकी प्रखंड की सीमा पर स्थित यह डैम अपनी प्राकृतिक सुंदरता और पहाड़ों से घिरे मनोरम दृश्यों के कारण पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है. प्रकृति की गोद में बसे इस डैम की लोकप्रियता सिर्फ झारखंड तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके आसपास के राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार और छत्तीसगढ़ से भी पर्यटक यहां पिकनिक मनाने और शांति का अनुभव करने के लिए आते हैं. डैम का शांत वातावरण, स्वच्छ हवा और मनोरम दृश्य पर्यटकों को बहुत पसंद आते हैं. यहां तक कि स्कूली बच्चों के लिए यह स्थान शैक्षणिक भ्रमण और मनोरंजन का बेहतरीन केंद्र बन चुका है.
पनघटवा डैम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह सालभर लबालब भरा रहता है और पर्यटकों को नौका विहार का आनंद लेने का मौका मिलता है. पर्यटक एक छोर से दूसरे छोर तक जाने के लिए नाव की सवारी का लुत्फ उठाते हैं. इसके अलावा, डैम के दायें और बायें से निकलने वाली दो नहरें और पर्यटन विभाग द्वारा बनवाये गये शेड इसके सौंदर्य को और बढ़ाते हैं. यहां की आकर्षक पानी की टंकी और पहाड़ों का बैकग्राउंड युवाओं के लिए बेहतरीन सेल्फी पॉइंट बन गया है.
पनघटवा डैम तक कैसे पहुंचेगढ़वा से : मेराल-डंडई मार्ग से टेंपो, बस या निजी वाहन से पहुंचा जा सकता है.
उत्तर प्रदेश से: श्री वंशीधर नगर और धुरकी होकर पर्यटक यहां पहुंच सकते हैं.
सुरक्षा के कड़े इंतजामदिसंबर और 1 जनवरी को उमड़ने वाली भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. डंडई और धुरकी पुलिस बल डैम परिसर में मुस्तैद रहते हैं, ताकि दूर-दराज से आये पर्यटकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

