गढ़वा.
उपायुक्त शेखर जमुआर ने मंगलवार को समाहरणालय के सभागार में साप्ताहिक जनता दरबार का आयोजन कर लोगों की समस्याएं सुनी. इस दौरान राशन, पेंशन, भूमि विवाद, अवैध कब्जा, आवास, मुआवजा, योजनाओं का लाभ, अतिक्रमण व रोजगार सृजन के मामले आये. इनके समाधान के लिए उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया. जनता दरबार में सर्वप्रथम नगरउंटारी प्रखंड के अधौरा गांव से आये सियाराम विश्वकर्मा ने शिकायत की कि उनकी भूमि को अभी तक अंचल द्वारा ऑनलाइन नहीं किया गया है. इस वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग-75 के लिए अधिग्रहित उनकी जमीन का मुआवजा नहीं मिल पाया है. उन्होंने उपायुक्त से सीओ से उनकी भूमि का रेकॉर्ड शीघ्र ऑनलाइन कराने का अनुरोध किया. इस पर उपायुक्त ने नगर उंटारी अंचलाधिकारी को त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया. इसके बाद गढ़वा शहर के वार्ड संख्या 10 से आयी यशमीन परवीन ने कहा कि वह जब भी कोई काम लेकर अपने वार्ड पार्षद के पास जाती हैं, तो वह हमेशा उन्हें अपशब्द बोलती हैं. इसी तरह से भंडरिया से आयी उर्मिला कुंवर ने कहा कि उनके पति की हत्या सन 2010 में उग्रवादियों ने कर दी थी. पति की मौत के बाद उनका इकलौता बेटा ही उनकी तथा घरवालों की देखभाल करता है. घर में और कोई पुरुष नहीं होने की वजह से उसे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उनके घर में एक महिला 81 वर्ष की है, जो बीपी तथा शुगर से ग्रसित है तथा उनकी बेटी भी हृदय रोग से ग्रसित है, उसका इलाज मेदांता हॉस्पिटल रांची में चल रहा है. उन्होंने उपायुक्त से इस परिस्थिति में सहयोग की गुहार लगायी. इसपर उपायुक्त ने उन्हें सहयोग का आश्वासन दिया. इसी तरह से जनता दरबार में 15 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए. इन सबके समाधान के लिए उपायुक्त श्री जमुआर ने संबंधित पदाधिकारियों व विभागों को निर्देश दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है