प्रतिनिधि, चिनिया. चिनिया प्रखंड मुख्यालय में बीते 36 घंटे से भूख हड़ताल पर बैठे अनिल कुमार राम ने शुक्रवार को अंचलाधिकारी उमेश्वर कुमार यादव के आश्वासन के बाद अपना अनशन समाप्त कर दिया. अंचलाधिकारी ने उन्हें जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया. अनशनकारी अनिल कुमार राम का आरोप था कि खाता संख्या 4, प्लॉट संख्या 940 और नया खाता 49, प्लॉट संख्या 1383, रकबा 10 डिसमिल जमीन की केवाला 1999 में गोरक्षण प्रसाद द्वारा कोरइल राम, भीखूराम और लखराज राम के नाम से की गयी थी, लेकिन इसका दाखिल-खारिज नहीं हो सका. इसके बाद 2011 में गोरक्षण प्रसाद ने उसी जमीन को दोबारा अन्य लोगों को बेच दिया. इस पर अंचलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि जांच के बाद पूर्व केवाला धारियों को ही जमीन का दाखिल-खारिज किया जायेएगा और बाद में लिए गए केवाला धारियों का दाखिल-खारिज रद्द कर दिया गया है. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि एक माह के अंदर ऑनलाइन रसीद काटते हुए दाखिल-खारिज की प्रक्रिया पूरी कर दी जायेगी. इस दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी सुबोध कुमार, अंचल निरीक्षक विनय कुमार, राजस्व कर्मचारी विनोद कुमार दुबे, प्रखंड नाजिर नुमन अंसारी, जिला परिषद सदस्य बनारसी सिंह, पंचायत सेवक आनंद कुमार, मिथिलेश कुमार सहित कई ग्रामीण जैसे कृष्णा राम, लखराज राम, दया राम, पिंटू राम और पूर्व बीडीसी सदस्य संगीता देवी भी मौजूद रहे. अनिल कुमार राम द्वारा उठाया गया यह कदम अब प्रखंड प्रशासन को जमीन विवादों में पारदर्शिता और त्वरित कार्रवाई की दिशा में गंभीर सोचने को बाध्य करता है.
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