उच्च शिक्षा संस्थानों के कमी को देखते हुए 2019 में रखी गयी थी कॉलेज की आधारशिला विजय सिंह, भवनाथपुर (गढ़वा) भवनाथपुर प्रखंड के बनसानी पंचायत के झगराखांड स्थित जीरहुला में करीब 14 करोड़ रुपये की लागत से डिग्री कॉलेज भवन पूरी तरह तैयार हो चुका है. हालांकि भवन बनने के बावजूद शैक्षणिक सत्र अब तक शुरू नहीं हुआ है. शैक्षणिक सत्र शुरू नहीं होने से छात्र व अभिभावक असमंजस में है. भवनाथपुर, केतार, खरौंधी और हरिहरपुर जैसे इलाकों में उच्च शिक्षा संस्थानों की कमी को देखते हुए वर्ष 2019 में तत्कालीन विधायक भानु प्रताप शाही ने इस डिग्री कॉलेज की आधारशिला रखी थी. वर्षों की मेहनत के बाद अब यह आधुनिक और भव्य भवन शिक्षा की नई किरण बनने को तैयार है, पर अब सत्र शुरू नहीं होने से छात्र असमंजस में है. स्थानीय छात्रों को मिलेगी बड़ी राहत कॉलेज के शुरू हो जाने से भवनाथपुर ही नहीं, बल्कि खरौंधी, केतार और हरिहरपुर ओपी क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को भी उच्च शिक्षा के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा. वर्तमान में यहां के विद्यार्थियों को गढ़वा, मेदिनीनगर या रांची जैसे दूरस्थ शहरों में पढ़ाई के लिए जाना पड़ता है. खासतौर पर छात्राओं को यह कॉलेज सुरक्षित और सुलभ शिक्षा का बेहतर अवसर प्रदान करेगा. एजूकेशन हब का सपना साकार होने की ओर इस कॉलेज के निर्माण के पीछे एक ऐतिहासिक पहल भी जुड़ी है. बनसानी पंचायत के तत्कालीन मुखिया (दिवंगत) ऋषि राज पाठक ने वर्ष 1951 में अपने साथियों के साथ लगभग 274 एकड़ भूमि राज्य सरकार को दान की थी. उनका सपना था कि झगराखांड को एक एजूकेशन हब के रूप में विकसित किया जाये. वर्तमान में इसी भूमि पर उच्च विद्यालय, बुनियादी विद्यालय और आइटीआइ जैसी संस्थाएं संचालित हैं. अब डिग्री कॉलेज भवन के निर्माण से इस सपने को नया आयाम मिलने जा रहा है. अगले शैक्षणिक सत्र से पढ़ाई शुरू कराने का किया जायेगा प्रयास: कुलपति नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि कॉलेज का भवन अभी विश्वविद्यालय का हैंडओवर नहीं हुआ है. जल्द ही स्थल का निरीक्षण कर आवश्यक तैयारियों का आकलन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि अगले शैक्षणिक सत्र से कॉलेज में पढ़ाई शुरू कराने का प्रयास प्राथमिकता के आधार पर किया जायेगा.
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