लोगों से पूछ कर वह बगल में ही प्रभारी डॉ एके सिंह के आवास पर पहुंचा, जहां लगभग आधे घंटे के इंतजार के बाद रामप्रीत कोरवा स्वयं अपनी व अपनी भतीजी का इलाज करवाया़ चिकित्सक डॉ एके सिंह द्वारा बुखार की जांच कराने व दवाई लेने के लिए अस्पताल में अवस्थित मेडाॅल जांच केंद्र के बजाय बाहर भेज दिया. पैसे के अभाव में उसने केवल भतीजी का जांच करवाया.
पुनः दवा लिखकर चिकित्सा प्रभारी ने रामप्रीत कोरवा से 400 रुपये बतौर फीस मांगा, मरीज द्वारा बहुत आग्रह करने पर 300 रुपया ले लिया़ इसके बाद उक्त व्यक्ति ने स्थानीय विधायक से इसकी लिखित शिकायत कर संबंधित डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की है़ इस बाबत विधायक भानूप्रताप शाही ने कहा कि सरकारी डॉक्टर द्वारा किसी भी मरीज से शुल्क लेना दंडनीय अपराध है़ उन्होंने कहा कि वे चिकित्सक पर कार्रवाई के लिए विभाग को लिखेंगे. इधर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर एके सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मेरे आवास पर प्राइवेट दिखायेगा, तो पैसा लेंगे, और जिसकी बात आप कर रहे हैं उससे भी लिए होंगे.