गालूडीह .
घाटशिला अनुमंडल में लगातार बारिश से सब्जियों की खेती को भारी नुकसान हुआ है. किसानों की चिंता बढ़ गयी है. बारिश अभिशाप साबित हो रही है. हर साल किसान अल्पवृष्टि की मार झेलते थे. इस बार अतिवृष्टि की मार से त्रस्त हैं. खेतों में लगी सब्जियों के पौधे सड़ने लगे हैं. खेतों में सब्जियां सड़ रही हैं. खेतों में जरूरत से ज्यादा पानी भर जाने से लौकी, नेनुआ, करेला और बरबट्टी जैसी सब्जियां डूबने की कगार पर हैं. पौधे भी खराब होने लगे हैं. धूप नहीं मिलने से पत्तियां पीली पड़ रही हैं.बंगाल से आ रहीं सब्जियां, कीमत बढ़ी
बाजार में सब्जी की आमदनी कम हो गयी है. बंगाल से सब्जियां आ रही हैं. कीमतों में उछाल आ गयी है. घाटशिला प्रखंड की बड़ाखुर्शी पंचायत के गिधिबिल के किसान हेमंत कुमार महतो, दीपक कुमार महतो, सरोजित महतो, सीमंत राजवाड़ और सोमनाथ महतो ने बताया कि मॉनसून की बारिश न केवल सब्जियों, बल्कि धान की खेती के लिए नुकसानदायक सिद्ध हो रही है. जिन लोगों ने धान का बिचड़ा तैयार करने के लिए बीज डाले थे, उनके खेतों में पानी भरने से नष्ट हो सकता है. इससे लागत बढ़ेगी. समय बर्बाद होगा. किसानों ने हजारों रुपये खर्च कर सब्जियों की खेती की है. उत्पादन अच्छा हुआ था. अब पानी भर जाने से फसल सड़ने का डर बना है. इससे धान की रोपनी में देर होगी, तो उत्पादन पर बुरा असर पड़ेगा.चित्रेश्वर शिव मंदिर जाने वाली सड़क बदहाल, लोग परेशान
बरसोल.
बहरागोड़ा प्रखंड में चित्रेश्वर शिव मंदिर तक जाने वाली मुख्य सड़क बदहाल है. सड़क के गड्ढों में जल जमाव और कीचड़ से ग्रामीण परेशान हैं. लोगों का कहना है कि सावन का महीना आने वाला है. इसी मार्ग से लोग शिवालय जायेंगे. उनके लिए परेशानी होगी. उक्त सड़क पश्चिम बंगाल के मदनसोल चौक से चित्रेश्वर होते हुए पुनः पश्चिम बंगाल सीमा तक जाती है. 11 जुलाई से सावन की शुरुआत है. 14 जुलाई को पहली सोमवारी है. चित्रेश्वर मंदिर में जलाभिषेक के लिए भीड़ उमड़ेगी. ग्रामीणों ने बताया कि खराब सड़क और जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण आवागमन में परेशानी होती है. सड़क की मरम्मत के लिए कई बार संबंधित विभाग और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को सूचित किया गया, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

