चाकुलिया.
चाकुलिया में पुनर्गठित वितरण क्षेत्र योजना से विद्युतीकरण कार्य चल रहा है. इसके तहत खंभे व तार लगाये जाने हैं. जमशेदपुर स्थित बिष्टुपुर की कंपनी यूनिवर्सल एमइपी प्रोजेक्ट्स एंड इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड यह कार्य करेगी. आरोप है कि चाकुलिया स्थित कांटाबनी में एजेंसी ने कार्य में अनियमितता बरती है. खंभों को जैसे-तैसे गाड़ दिया गया है. प्रत्येक खंभे में हरे रंग की लाइन बनी हुई है. खंभों को हरे रंग की लाइन तक जमीन के भीतर गाड़ना है, परंतु कांटाबनी में हरे रंग की लाइन जमीन से दो से ढाई फीट ऊपर है. यहां के लगभग सभी बिजली के खंभे झुके गये हैं. ये दुर्घटना को आमंत्रण दे रहे हैं. तार बंधे होने से खंभे बचे हुए हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि हल्की आंधी आने पर बिजली के खंभे गिर पड़ेंगे. बड़ी दुर्घटना घट सकती है. पुराने खंभों को हटाने की मांग रखी, तो एजेंसी ने काम अधूरा छोड़ा दूसरी ओर कांटाबानी के समीप केंदाडांगरी गांव में 6 माह से विद्युतीकरण का काम नहीं हुआ है. लोगों ने बताया कि एजेंसी के लोग खंभा गाड़ने के लिए गांव पहुंचे थे. ग्रामीणों ने कहा कि पहले पुराने खंभे को हटायें, फिर नया लगाया जाये. ग्रामीणों का कहना है कुछ वर्ष पहले चाकुलिया स्थित स्वर्णरेखा कॉलोनी में एक खंभा गिरने से छात्र की मौत हो चुकी है. एजेंसी नया खंभा लगाकर कवर तार लगा रही है. वहीं, तार खोलकर पुराने खंभों को हटाया नहीं जा रहा है. पुराने खंभे अत्यधिक समय तक खड़े रहे, तो दुर्घटना का खतरा रहेगा.एजेंसी ने केंदाडांगरी गांव में भी काम अधूरा छोड़ा
इस संबंध में चाकुलिया बिजली विभाग के सहायक अभियंता ने कहा कि मानक के मुताबिक ही बिजली के खंभे को जमीन में गाड़ना है. यदि एजेंसी ऐसा नहीं करती है, तो मॉनिटरिंग टीम इस पर कार्रवाई करेगी.
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