मुसाबनी.
मुसाबनी अंचल कार्यालय में सोमवार को त्रिपक्षीय वार्ता में सहमति के बाद जर्जर सड़क की मरम्मत की दिशा में पहल शुरू हुई. मंगलवार को प्रमुख रामदेव हेंब्रम, यूसीआइएल के डीजीएम मनोरंजन महाली, अंचल अधिकारी ऋषिकेश मरांडी, अंचल निरीक्षक शरद चंद्र बेरा, पूर्व जिला पार्षद बुद्धेश्वर मुर्मू, गोहला पंचायत के मुखिया पर्वत हांसदा, पूर्व पंसस हरीपदो भकत आदि ने ग्रामीणों के साथ लटिया डुंगरीडीह से बागजाता माइंस गेट तक जर्जर सड़क की तत्काल मरम्मत की आवश्यकता को देखा. यूसीआएल माइंस प्रबंधक व सिविल विभाग को सड़क के गड्ढों को भरकर चलने लायक बनाने का निर्देश दिया.रैयतों के दावे अंचल अधिकारी ने सुना:
मौके पर कुछ रैयतों के दावे को अंचल अधिकारी व यूसीआइएल के डीजीएम ने सुना. इसके समाधान के लिए अलग से वार्ता की बात कही. डीजीएम ने कहा कि वर्तमान में सड़क को चलने लायक बनाने का काम शुरू होगा. बहुत जल्द उपायुक्त से भेंटकर स्थायी सड़क निर्माण के लिए सहयोग व मार्ग दर्शन लिया जायेगा. ग्रामीणों ने कहा कि बागजाता माइंस खोलने के लिए क्षेत्र के रैयतों और प्रभावित गांवों के लोगों का बड़ा योगदान रहा है. यूसीआइएल प्रबंधन विकास में यदि आना-कानी करता है, तो आंदोलन का सामना करना पड़ेगा. मौके पर फूलझरी के ग्राम प्रधान राम मुर्मू, विस्थापित कमेटी के पूर्व अध्यक्ष छोटेराय सोरेन, हरिपद सोरेन, जवाहरलाल कैबर्त, पूर्व उप मुखिया चंद्राय हांसदा, रंजीत मुर्मू समेत कई ग्रामीण उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है