गालूडीह.
खरीफ में धान की खेती में पानी जरूरत कम होने पर पिछले दिनों ओडिशा के कहने पर ही सुवर्णरेखा परियोजना ने गालूडीह डैम के सभी 18 गेट खोलकर जमा पानी बहा दिया था और दायीं नहर में पानी छोड़ना बंद कर दिया था. पर एक सप्ताह बाद फिर से ओडिशा सरकार ने परियोजना से पानी छोड़ने की मांग की. अब फिर परियोजना पदाधिकारी गालूडीह डैम के सभी 18 गेट बंद कर पानी स्टोर करने में जुटे हैं. स्टोर होने के बाद दायीं नहर में फिर से 10 क्यूमेक से ज्यादा पानी प्रति सेकेंड छोड़ा जाने लगा है. दायीं नहर से पानी बहते हुए ओडिशा जाता है. इससे ओडिशा के किसान सिंचाई करते हैं. परियोजना पदाधिकारियों ने कहा कि अब धान पकने लगे हैं, ऐसे में पानी का ज्यादा जरूरत नहीं होगा. जल्द ही पानी बंद कर दिया जायेगा. जानकारी हो कि डैम के पश्चिम दिशा में डूबे क्षेत्र को बचाने के लिए करीब 77 करोड़ की लागत से नदी के दोनों किनारे तटबंध बन रहा है. परियोजना पदाधिकारियों का कहना है कि ज्यादा दिनों तक डैम के गेट बंद नहीं रहेंगे. जल्द खुलते ही तटबंध का काम फिर से शुरू हो जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

