गालूडीह. घाटशिला प्रखंड की बड़ाकुर्शी पंचायत के दारीसाई सबर बस्ती का बुधवार को केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय की परियोजना सहयोगी दिव्या नंदन ने टीम के साथ निरीक्षण किया. उनके साथ कार्यकारी इंजीनियर जिला परिषद नकुल ठाकुर, जेई विशेष प्रभाग, एई मनरेगा, बीपीओ मनरेगा, जिला समन्वयक-आवास सुमन मिश्रा, जेई घाटशिला डिवीजन इलेक्ट्रिक और जेई पीएचईडी उपस्थित थे. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा जारी सभी सरकारी योजनाओं की जांच की. स्वास्थ्य, शिक्षा, शौचालय, पेयजल, पीएम जनमन आवास योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, पीसीसी सड़क समेत दर्जनों योजनाओं की गहन जांच अधिकारियों के साथ की. सबर बस्ती में सबरों के घर-घर जाकर सबरों से विभिन्न समस्याओं के बारे में जानकारी ली. बस्ती की छवि सबर ने रोते हुए अधिकारियों से कहा कि उनकी जमीन को कब्जा मुक्त करायी जाये. हाइवे से बड़ाकुर्शी जाने वाली सड़क किनारे बाघबिंधा मौजा में आदिम जनजाति सबरों के कई एकड़ भूमि पर कुछ लोगों द्वारा कब्जा कर लिया है. उक्त बंदोबस्ती जमीन उनके पूर्वजों की है. सबरों की जमीन पर कब्जा होने के बाद भी अंचल कार्यालय के अधिकारी कब्जा करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. शिकायत के बाद अधिकारियों ने तत्काल घाटशिला सीओ को दूरभाष पर समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया.
आधार कार्ड बनाने को लेकर पंचायत सेवक को दिये निर्देश
दारीसाई सबर बस्ती निवासी लालटू सबर, दुखनी सबर और चेड़े सबर समेत कई सबर बच्चों के पास आधार कार्ड नहीं है. दिव्या नंदन ने पंचायत सेवक मानस पाल को वंचित सबरों का आधार कार्ड बनाने का निर्देश दिया. इनका आधार कार्ड नहीं बनने के पीछे इनके पास जन्म प्रमाण पत्र का नहीं होना बताया जा रहा है. कोरोना काल में जो सबर बच्चे घरों में जन्में उनका जन्म प्रमाण पत्र अब वे कहां से लायेंगे, यह बड़ा सवाल है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

