चाकुलिया. चाकुलिया रास मंच परिसर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन रविवार को कथावाचक ने मत्स्य अवतार, परशुराम अवतार, राम वतार व कृष्ण जन्म की कथा सुनायी. कथा व्यास आरती किशोरी ने बताया कि श्रीमद् भागवत कथा का रसपान करना सौभाग्य की बात है. निस्वार्थ भाव से भगवान की आराधना करने पर भगवान अपने भक्तों को दर्शन भी देते हैं. भागवत पुराण में भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों का वर्णन किया गया है, जिसमें रामावतार शामिल है. यह भगवान विष्णु के सातवें अवतार हैं. उन्होंने त्रेतायुग में राजा दशरथ और रानी कौशल्या के घर जन्म लिया. श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में मथुरा के कारागार में देवकी और वासुदेव के घर हुआ था. अत्याचारी कंस के पापों को समाप्त करने के लिए उनका जन्म हुआ. भगवान कृष्ण के जन्म का प्रसंग आते ही भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया. इस दौरान पंडाल में नंद घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की भजन पर सभी श्रद्धालु झूमने लगे. श्रीकृष्ण-जन्मोत्सव कार्यक्रम को लेकर पंडाल को गुब्बारे व फूल-माला से आकर्षक ढंग से सजाया गया था. कथा के दौरान बासुदेव, यशोदा व श्रीकृष्ण के बाल-रूप की झांकी स्थानीय बाल कलाकारों ने प्रस्तुत की.
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