बरसोल. बहरागोड़ा प्रखंड के बरसोल क्षेत्र में खरीफ (बरसाती) धान की कटाई खत्म होते ही किसान गरमा धान की खेती में जुट गये हैं. कुछ गांव में किसान बुआई करने लगे हैं. किसान संजय दास, रतिकांत सीट, फणि दास, रमेश दास आदि ने बताया कि गरमा धान एक सप्ताह के अंदर रोपनी शुरू करेंगे. तब तक धान का चारा तैयार हो जायेगा. खेतों की जुताई की जा रही है. खरीफ धान की खेती की तुलना में गरमा धान का उत्पादन ज्यादा होता है. हम किसान मेहनत कर गरमा धान की खेती अच्छे से करते हैं. अभी से अगर गरमा धान की खेती के लिए शुरुआत नहीं करेंगे, तो काफी देर हो जायेगा. बरसात आते-आते धान कटाई नहीं हो पायेगी.
सिंचाई की व्यवस्था करने की मांग:
बरसोल के पारुलिया, कुमारडूबी, जयपुरा, गोहलामुड़ा, बरासती, दारीसोल, मानुषमुड़िया, पाथरा, भूतिया, सांड्रा, खंडामौदा समेत कई गांव के किसान गरमा धान की खेती करते हैं. यहां सिंचाई व्यवस्था नहीं होने के कारण किसान को परेशानी होती है. यहां के किसान भगवान भरोसे खेती करते हैं. किसानों ने मांग की है कि सिंचाई की व्यवस्था सरकार करे.– बहरागोड़ा प्रखंड के कुछ हिस्सों में सिंचाई की व्यवस्था नहीं है. वैसे जगहों पर खेती नहीं हो पा रही है. जहां सिंचाई की व्यवस्था है, वहां खेती की जा रही है. चना और मक्का के बीज क़ृषि कल्याण विभाग में 50 फीसदी सब्सिडी पर दिये जा रहे हैं. किसान उसकी खेती कर सकते हैं.
– संजय कुमार
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