बरसोल. मानुषमुड़िया के सोनाकोड़ा गांव में जंगली हाथियों का उत्पात जारी है. मंगलवार की देर रात जंगली हाथियों ने तीन एकड़ में लगी गरमा धान की फसल को नष्ट कर दिया. किसानों को काफी क्षति पहुंची है. इसके कारण ग्रामीण रतजगा कर रहे हैं. वनकर्मी हाथ में मशाल लेकर रातभर गांव में घूम घूमकर हाथी को जंगल की ओर खदेड़ने में जुटे रहें. गांव में 80 परिवार रहते हैं. बीते कई सालों से इस गांव के किसान हाथियों के उत्पात से परेशान हैं. हाथियों को पहले भी गांव से दूर खदेड़ा गया था. दोबारा गांव में प्रवेश करने से किसान काफी चिंतित हैं. हाथियों के झुंड से चिनमय नायक, धर्मानंद नायक, शंभू नाथ मुर्मू, कल्पना नायक, जगदीश नायक के खेत में लगी फसल को नष्ट कर दिया है.
आंधी में टूटे खंभा पर झूल रहा तार, हाथियों को खतरा
चाकुलिया स्थित जमुआ गांव के चिचिराटोला में बीते दिनों आयी आंधी में बिजली का खंभा टूट गया. खंभा आधा टूटने से बिजली के तार नीचे तक झूल रहे हैं. स्थानीय निवासी कुशराम सिंह मुंडा ने कहा कि कई बार बिजली विभाग के पदाधिकारी व कर्मचारियों को सूचित किया गया. टूटे हुए खंभे को बदला नहीं गया है. उन्होंने बताया कि जमुआ पंचायत जंगली हाथी प्रभावित क्षेत्र है. बिजली के तार के नीचे झूलने से जंगली हाथियों की जान पर भी आफत आ सकती है. इससे पहले भी चाकुलिया प्रखंड क्षेत्र में करंट से जंगली हाथियों की मौत हो चुकी है. इसके बावजूद बिजली विभाग गंभीर नहीं दिख रहा है.
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