चाकुलिया.
डीएफओ सबा आलम अंसारी शनिवार को चाकुलिया पहुंचे. उन्होंने चाकुलिया में निर्माणाधीन झारखंड का सबसे बड़ा इकोलॉजिकल पार्क निर्माण कार्य का जायजा लिया. युद्धस्तर पर चल रहे कार्य के बारे में कर्मियों से जानकारी ली. कमियों को दूर करने का निर्देश दिया. पार्क में बन रहे कैफेटेरिया, गेस्ट हाउस, मीटिंग हॉल, शिवकुंड, चिल्ड्रेन पार्क, स्विमिंग पूल के निर्माण कार्य को करीब से देखकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया. पार्क लगभग बनकर तैयार है. विभाग का प्रयास है कि 15 नवंबर को झारखंड स्थापना दिवस पर इस पार्क का उद्घाटन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के हाथों कराया जाये. इसके लिए तैयारियां जोर-जोर से की जा रही है. मौके पर वन प्रमंडल कार्यालय के जेपी सिंह, तापस राय, कल्याण महतो आदि मौजूद थे.झारखंड का सबसे बड़ा पार्क होगा
चाकुलिया के काकड़ीशोल, पुरनापानी और अमलागोड़ा मौजा के लगभग 75 हेक्टेयर भूभाग में इकोलॉजिकल पार्क का निर्माण वन विभाग द्वारा कराया जा रहा है. वन विभाग द्वारा निर्मित यह पार्क झारखंड का सबसे बड़ा पार्क बनने वाला है. इसमें विभाग द्वारा लगभग 30 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा रही है. प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर चाकुलिया इकोलॉजिकल पार्क निर्माण से पहले ही दर्शकों को आकर्षित कर रहा है.
पार्क में बन रहा है भव्य शिवकुंड
चाकुलिया इकोलॉजिकल पार्क में भव्य शिवकुंड का निर्माण कराया जा रहा है. विशाल तालाब के बीच भगवान शंकर की प्रतिमा स्थापित की गयी है. जहां भगवान शंकर के सिर से जलधारा प्रवाहित होगी. एक तालाब बनाया जा रहा है. डीएफओ सबा आलम अंसारी ने शिवकुंड का जायजा लिया.तालाब के चारों ओर पक्कीकरण का निर्देश दिया. पार्क में स्विमिंग पूल का निर्माण भी कराया जा रहा है. पार्क में दो बड़े-बड़े फाउंटेन बनाये गये हैं. शाम होते ही आकर्षक विद्युत सज्जा के साथ फाउंटेन सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करेगी. कालीन की तरह बिछे हरे-भरे घास, खूबसूरत फूल और पत्तों से लदे पौधे, फलदार वृक्ष, जंगली वृक्ष, बच्चों के लिए बनी चिल्ड्रन पार्क में लगे झूले और जंगली जानवरों की आकृति की प्रतिमाएं पार्क की खूबसूरती पर चार चांद लगा रही है.
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