जादूगोड़ा. पोटका प्रखंड के चाटीकोचा गांव के यूसिल प्रोजेक्ट से प्रभावित ग्रामीणों के पुनर्वास को लेकर उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में शनिवार को महत्वपूर्ण बैठक हुई. जिला समाहरणालय में आयोजित बैठक में जिला प्रशासन के वरीय पदाधिकारियों एवं कंपनी प्रतिनिधियों की उपस्थिति में चाटीकोचा के लगभग 85 परिवार के पुनर्वास से संबंधित विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई. बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि इन परिवारों को मुसाबनी प्रखंड के बेनाशोल के चिह्नित स्थान पर पुनर्वासित किया जायेगा. उपायुक्त ने कहा कि पुनर्वास स्थल पर भूखंड, आवास, बिजली, पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ आवश्यक सामाजिक एवं सामुदायिक ढांचे को भी विकसित किया जाये. उपायुक्त ने निर्देश दिया कि यांत्रिकी विभाग प्रोजेक्ट का प्रारूप एवं प्राक्कलन तैयार करे. इसमें विस्थापित परिवारों की मूलभूत आवश्यकताओं के साथ-साथ स्थानीय सामाजिक भावनाओं का भी समुचित ध्यान रखा जाए. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह कार्य एक सप्ताह के भीतर पूर्ण कर प्रतिवेदन समर्पित किया जाए. उपायुक्त ने स्थानीय प्रशासन एवं यूसिल के अधिकारियों को निर्देश दिया कि ग्रामीणों की जायज मांगों, जरूरतों एवं भावनाओं को ध्यान में रखते हुए समन्वय बनाकर पुनर्वास प्रक्रिया को शीघ्र और संतुलित रूप से आगे बढ़ाया जाये, ताकि प्रभावित परिवार को किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो. बैठक में एडीसी भगीरथ प्रसाद, एसडीओ घाटशिला सुनील चंद्र, मुसाबनी एवं पोटका के अंचल अधिकारी तथा यूसिल के प्रतिनिधि उपस्थित थे.
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