घाटशिला. घाटशिला के तामुकपाल निवासी 60 वर्षीय बालक मुंडा की एनएच-18 पर हादसे में मौत से आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों ने शनिवार को शव के साथ घाटशिला अनुमंडल कार्यालय के बाहर करीब साढ़े तीन घंटे धरना दिया. ग्रामीणों ने एनएचएआइ और संवेदक पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उचित मुआवजा, केस वापसी और संवेदक पर कार्रवाई की मांग की. इसके बाद एसडीओ सुनील चंद्र की अध्यक्षता में हुई वार्ता में प्रशासन ने परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए तत्काल 30 हजार रुपये की सहायता राशि दी. कानूनी प्रक्रिया के तहत उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया. वार्ता में तय हुआ कि दुर्घटना में घायल मौसमी भकत की मौत के बाद अस्पताल का बिल सिविल सर्जन के निर्देश से माफ किया जायेगा. भाजपा नेता लखन मार्डी ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को न्याय और ग्रामीणों पर दर्ज मामलों की वापसी की पहल करने की बात कही. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि एनएच-18 पर अधूरी पुलिया और अचानक वन-वे करने से बार-बार दुर्घटनाएं हो रही हैं. डेढ़ महीने से पुलिया अधूरी है. मिट्टी डालकर सड़क ब्लॉक कर दी गयी है. इससे भारी वाहन चालक अचानक लेन बदलने को मजबूर होते हैं. वार्ता में एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर, डीसीएलआर नित निखिल सुरीन, बीडीओ यूनिका शर्मा, सीओ निशांत अंबर, भाजपा जिलाध्यक्ष चंडीचरण साव, दिनेश साव, श्रीमंत बारीक, सत्या तिवारी, जुझार सोरेन, काजल मुंडा, पानमनी सिंह, मृतक के परिजन दुगली मुंडा, दुर्गा मुंडा, जोबा मुंडा, मंजू मुंडा, सुमित्रा मुंडा, देवजानी मुंडा, जोसेफ मुर्मू आदि उपस्थित थे.
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