गालूडीह : गालूडीह थाना क्षेत्र की उलदा पंचायत स्थित सुवर्णरेखा नदी के चंद्ररेखा बालू घाट से अवैध रूप से बालू उत्खनन के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई नहीं होने से पंचायत वासियों में रोष है.अवैध बालू खनन को लेकर पंचायत वासी मुखिया सुमित्रा हेंब्रम के नेतृत्व में घाट पर जाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे. इसकी तैयारियां पूरी कर ली गयी है.
प्रभात खबर में चंद्ररेखा घाट से बालू की लूट शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित होने के बाद बालू माफियाओं में हड़कंप मचा था. प्रशासन भी हरकत में आया. इसके बाद दिन में बालू खनन तो बंद हुआ.
परंतु रात में बालू उत्खनन जारी है. प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई नहीं होने से पंचायत वासियों में रोष है.मुखिया सुमित्रा हेंब्रम ने कहा कि घाटशिला के एसडीओ, सीओ, गालूडीह के थाना प्रभारी, जिला खनन विभाग से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की गयी. अब तक प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया. अब पंचायत अपने स्तर से कार्रवाई करेगा. घाट पर जाकर उत्खनन के खिलाफ प्रदर्शन किया जायेगा और अवैध बालू खनन पर रोक लगाया जायेगा, ताकि सरकारी राजस्व की लूट ना हो.
घाट को तीन भागों में बांट नीलामी का प्रस्ताव. मुखिया सुमित्रा हेंब्रम ने कहा कि चंद्ररेखा घाट की बीते वर्ष भी नीलामी नहीं हो पायी. करीब 18 एकड़ में फैले इस घाट की नीलामी दर 96 लाख रूपये रखी गयी थी. इसके कारण कोई नीलामी में भाग नहीं लिया. उन्होंने खनन विभाग के समक्ष प्रस्ताव रखा है कि चंद्ररेखा घाट तो तीन भाग चंद्ररेखा, देवली और दिगड़ी घाट के रूप में बांटा जाय. तीनों घाट से बालू खनन होता है. इससे नीलामी दर कम होगी तो लोग नीलामी में भाग लेंगे और सरकार को राजस्व प्राप्त होगा.