बरसोल.मानुषमुड़िया गांव में एक लाख लीटर पानी की क्षमता वाली जलापूर्ति योजना मोटर पंप के खराब होने से दो साल से बंद है. जिससे लोगों को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा है. पंप की मरम्मत की दिशा में विभाग ने कोई पहल नहीं की है. इससे लोगों में आक्रोश है. शिवरात्रि में जलापूर्ति हो पायेगी की नहीं, इस पर भी सवाल है. मालूम हो कि जलमीनार से मानुषमुड़िया के लगभग 110 घरों में जलापूर्ति होती थी.ग्रामीणों ने बताया कि शिवरात्रि के अवसर पर भी पेयजल समस्या से जूझना पड़ेगा. चापाकल से किसी तरह पानी लेकर काम चलाना पड़ रहा है. उक्त योजना से दिन में दो बार जलापूर्ति होती थी. जलापूर्ति योजना बंद होने से गांव के लोगों को नहाने में भी कठिनाई हो रही है. साथ ही पीने के लिए स्वच्छ पानी भी नहीं हो रहा है. लोगों ने शिवरात्रि से पहले जलापूर्ति करने की गुहार लगायी है.
कई बार मरम्मत की मांग की
ग्रामीणों ने कहा कई बार खराब मोटर की मरम्मत करने की मांग विभाग से की, लेकिन कोई पहल नहीं हुई. कई बार मिस्त्री द्वारा मोटर पंप को निकालने का प्रयास किया गया. मोटर पंप को निकालने के दौरान पंप बोर में गिर गया. टंकी भी जर्जर हो गयी है. टंकी से पानी गिरता है. टंकी की मरम्मत की भी जरूरत है.कोट
इस संबंध में जल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक पदाधिकारी से बात हुई है. इस योजना के मरम्मत कार्य के लिए टेंडर भी निकाला गया है. शीघ्र मरम्मत कार्य होगा.-राम मुर्मू, मुखिया
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