गालूडीह : पूर्वी सिंहभूम में इस वर्ष कृषि विभाग ने एक लाख 10 हजार हेक्टेयर भूमि में धान की खेती का लक्ष्य निर्धारित किया है. इसकी जानकारी जिला कृषि पदाधिकारी कालीपद महतो ने दी. उन्होंने कहा कि खरीफ में मक्का 11 हजार हेक्टेयर, दलहन 21 हजार हेक्टेयर, तेलहन 10 हजार हेक्टेयर और मोटे अनाज में […]
गालूडीह : पूर्वी सिंहभूम में इस वर्ष कृषि विभाग ने एक लाख 10 हजार हेक्टेयर भूमि में धान की खेती का लक्ष्य निर्धारित किया है. इसकी जानकारी जिला कृषि पदाधिकारी कालीपद महतो ने दी. उन्होंने कहा कि खरीफ में मक्का 11 हजार हेक्टेयर, दलहन 21 हजार हेक्टेयर, तेलहन 10 हजार हेक्टेयर और मोटे अनाज में मड़ुआ,
ज्वार आदि करीब पांच हजार हेक्टेयर में खेती करने का लक्ष्य है. श्री महतो ने कहा कि लक्ष्य पूरा करने के लिए सभी प्रखंड के बीएओ समेत कृषि से जुड़े सभी पदाधिकारियों और कर्मियों को मेहनत करने को कहा गया है. जिले में इस वर्ष खरीफ में धान समेत अन्य की 1.50 लाख हेक्टेयर भूमि पर खेती होगी.
आज से लैंपसों से बंटेगा धान बीज : जिले के सभी लैंपसों से 12 जून से प्रमाणित धान बीज वितरण होगा. डीएओ कालीपद महतो ने बताया कि प्रति किलो 14 रुपये 15 पैसे की दर से लैंपसों से किसानों को धान बीज कल से मिलेगा. लैंपस में सहभागी, ललाट, सुवर्णा किस्म के धान बीज उपलब्ध होंगे.
जिले में 1.65 लाख हेक्टेयर भूमि खेती योग्य
पूर्वी सिंहभूम में खरीफ में खेती योग्य जमीन करीब 1 लाख 65 हजार हेक्टेयर है. खरीफ में धान समेत दलहन, मक्का मोटे अनाज की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. जिले में 15 हजार हेक्टेयर में भूमि परती है. इसमें खेती नहीं होती है. इस बार परती जमीन पर फसल उगाओ अभियान जिला कृषि विभाग चला रहा है. इस अभियान के तहत किसानों को खेत में जाकर परती जमीन में मेढ़ बंदी और हल चलाकर खरीफ की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. डीएओ ने कहा कि परती जमीन में खेती करने वाले किसानों को 2400 रुपये प्रोत्साहन राशि सरकार देगी. इस अभियान का मकसद है जमीन परती ना रहे.