राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री ने भारत-पाक सीजफायर पर दिया बयान संवाददाता, दुमका राज्य की ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने कहा है कि पहलगाम की घटना के बाद देश में जो परिस्थिति उत्पन्न हुई, उसके बाद भारत-पाक के बीच तनाव और फिर अचानक से सीजफायर की घोषणा समझ से परे है. जनता पीएम मोदी के मन की बात वाली वन वे कम्युनिकेशन को नहीं समझ पा रही है. हमारी मांग है कि पूरे मामले में अंदरुनी सच्चाई बताने के लिए संसदीय सत्र आयोजित हो. मंत्री दीपिका मंगलवार को दुमका में एमपी-एमएलए कोर्ट में गोड्डा जिले के केस में पेशी के लिए आयी थीं. पत्रकारों से बातचीत में यह बातें कहीं. दीपिका ने कहा कि जब से पहलगाम की घटना हुई , उसके बाद से हमारे नेता राहुल गांधी या अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार को अनकंडीशनल समर्थन दिया. आज भी हम सरकार के हर फैसले के साथ हैं. घटना में निर्दोष लोगों की जो हत्या हुई, देश को चैलेंज किया गया, उसे लेकर बड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे थे. अब जब कार्रवाई शुरू हुई फिर अचानक सीजफायर की घोषणा हुई तो देशवासियों को अजीब लगा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप हमारे देश के निर्णय के बारे में सूचना दे रहे हैं. पहलगाम की घटना में जिन परिवारों ने अपनों को खोया या फिर उनके बाद जो परिस्थितियों उत्पन्न हुई, उसमें जो शहीद हुए वे सभी परिवार यह जानना चाहते हैं कि अचानक से सीजफायर का निर्णय किसी व्यापारिक दबाव में आकर लिया गया या फिर धमकाकर. उन्होंने कहा कि इसके लिए संसद उचित प्लेटफार्म है. वहां पर सरकार विपक्ष और देशवासियों को सब कुछ की जानकारी दें.
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