दुमका/धनबाद : धनबाद सीबीआइ की एंटी करप्शन विंग ने दुमका हेड पोस्ट ऑफिस के पोस्टल असिस्टेंट (सिस्टम एडमिन) विनय कुमार सिंह के तीन ठिकानों पर शुक्रवार व शनिवार को सीबीआइ ने छापेमारी की. विनय के ऑफिस, दुमका आवास व पैतृक आवास बिहार के बांका में छापामारी की है. सीबीआइ धनबाद के एसपी पीके मांझी के नेतृत्व में की गयी छापामारी में एजेंसी की तीन टीमें शामिल थे. सीबीआइ की टीम सुबह 11 बजे से ही प्रधान डाकघर में जमी हुई थी.
शाम साढ़े पांच बजे के बाद श्री मांझी बाहर निकले. सीबीआइ छापामारी में पोस्टल असिस्टेंट के ठिकानों से आय से अधिक संपत्ति मामले में अहम कागजात हाथ लगी है. सीबीआइ द्वारा विनय के घर व ऑफिस से कई आपत्तिजनक कागजात जब्त की गयी है. जब्त कागजातों की छानबीन में सीबीआइ को पोस्टल असिस्टेंट के पास आय से कई गुणा अधिक संपत्ति का खुलासा हुआ है. दुमका व बांका समेत कई जगहों पर विनय द्वारा संपत्ति अर्जित किये जाने का आरोप है.
सीबीआइ संबंधित कागजातों का मिलान कर रही है. छापेमारी में सीबीआइ को चल व अचल संपत्ति के बारे में दस्तावेज मिले हैं. जमीन के सेल डीड, बैंक व पोस्ट ऑफिस में निवेश के कागजात जब्त किया गया है. सीबीआइ शनिवार को दुमका पोस्ट ऑफिस के ट्रेजरी रूम की जांच की और सीसीटीवी फुटेज को भी देखी है.
दुमका व बांका समेत पोस्टल अस्टिटेंट के तीन ठिकानों पर सीबीआइ की टीम ने की छापेमारी
निवेश के दस्तावेज, बैंक लॉकर, एफडी, समेत अन्य वित्तीय संस्थानों में निवेश के कागजात जब्त
दुमका पोस्ट ऑफिस के ट्रेजरी रूम की जांच की और सीसीटीवी फुटेज को भी देखा
"51 लाख की संपत्ति का नहीं िमला कोई हिसाब
सीबीआइ विनय के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर चुकी है. सीबीआइ की एफआइआर में विनय पर वर्ष 1990 की आठ जून से लेकर लेकर वर्ष 2016 की 20 जून तक 50 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति दर्ज करने का केस दर्ज किया गया है. सीबीआइ ने विनय सिंह के अॉफिस, आवास व पैतृक आवास बांका में छापेमारी कर निवेश के दस्तावेज, बैंक लॉकर, एफडी, समेत अन्य वित्तीय संस्थानों में निवेश के कागजात जब्त किये हैं. एफआइआर के अनुसार सीबीआइ का दावा है कि 16 वर्ष में विनय सिंह को 35 लाख 91 हजार 338 रुपये वेतन मिला. विनय ने 12 लाख 78 हजार 93 रुपये खर्च किये. विनय के पास 51 लाख छह हजार 817 रुपये आय से अधिक संपत्ति का कोई हिसाब नहीं है.
नोटबंदी के बाद मिले थे 45 लाख रुपये
बता दें कि नोटबंदी के एलान के बाद प्रधान डाकघर के उक्त कर्मी विनय कुमार सिंह के एलआइसी कॉलोनी स्थित आवास से 100 और 50 के डिनोमिनेशन में 45 लाख रुपये मिले थे. मामले में आयकर की टीम भी उप निदेशक अन्वेशन शशि रंजन के नेतृत्व में पहुंची थी और डाकघर में विनय कुमार सिंह के बारे में पूछताछ की थी. पुलिस द्वारा जब्त की गयी उक्त राशि को बाद में आयकर ने अपने कब्जे में ले लिया था.
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