भादो मेला. पांचवें दिन बोलबम के लगे जयकारे, देर शाम तक लगी रही कतार प्रतिनिधि, बासुकिनाथ भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष षष्ठी तिथि गुरुवार को बाबा के दरबार में कांवरियों की भीड़ उमड़ पड़ी. श्रद्धालुओं ने बाबा बासुकिनाथ की स्पर्श पूजा कर मंगलकामना की. बाबा को गंगाजल अर्पित करने और उनका आशीर्वाद लेने के लिए दूर-दूर से भक्त यहां पहुंच रहे हैं. मंदिर प्रबंधन के अनुसार 48 हजार कांवरियों ने बाबा को जलाभिषेक किया. सुबह तीन बजे से श्रद्धालु कतारबद्ध होकर भगवान नागेश का जलाभिषेक कर रहे हैं. संध्या पांच बजे बाबा की विश्राम पूजा के लिए कांवरियों का जलार्पण और पूजा रोक दी गयी. इस बीच बाबा नागेश की षोडशोपचार पूजन के बाद क्षणिक विश्राम के लिए शिव मंदिर के कपाट बंद कर दिए गये. इस दौरान श्रद्धालुओं की पूजा व जलाभिषेक बंद रहा. विश्राम पूजन के बाद मंदिर के कपाट पुनः खोले गये. कांवरियों ने फिर से मंदिर में जलार्पण करना शुरू किया, जो शृंगार पूजा तक जारी रहा. गर्भगृह में बाबा फौजदारी की पूजा श्रद्धालु कतारबद्ध होकर कर रहे हैं. भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की. कांवरियों की कतार शिवगंगा घाट, क्यू कॉम्प्लेक्स, फलाहारी धर्मशाला, संस्कार मंडप होते हुए मंदिर प्रांगण में प्रवेश किया. मंदिर परिसर बाबा के जयकारे से गुंजायमान है. भक्तों ने स्पर्श पूजा के बाद मंदिर प्रांगण में भोलेनाथ की आरती भी की. भादो मेले में सीसीटीवी की मदद से अधिकारी मंदिर व मेला क्षेत्र पर नजर रखे हुए हैं. पुलिस निरीक्षक श्यामानंद मंडल ने कतारबद्ध श्रद्धालुओं को सुगमतापूर्वक जलार्पण कराया. शीघ्रदर्शनम व्यवस्था के तहत कांवरियों को मंदिर कार्यालय से 300 रुपये का टोकन लेकर पूजा कर रहे है, मंदिर प्रांगण स्थित विशेष द्वार से श्रद्धालु मंदिर गर्भगृह में प्रवेश कर सुलभ जलार्पण करते हैं. कांवरियों को सुगमतापूर्वक जलार्पण कराने को लेकर मंदिर व मेला क्षेत्र में दंडाधिकारी व सुरक्षा बलों की प्रतिनियुक्ति बनी है.
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