आस्था . िरमझिम बारिश के बावजूद श्रद्धालुओं के उत्साह नहीं आयी कमी
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अब तक 11 लाख कांवरियों ने किया जलार्पण
आस्था . िरमझिम बारिश के बावजूद श्रद्धालुओं के उत्साह नहीं आयी कमी बासुकिनाथ : राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव में अबतक ग्यारह लाख कांवरियों ने बाबा फौजदारीनाथ का जलाभिषेक कर सुख-समृद्धि की कामना की. फौजदारीनाथ के दरबार में श्रद्धालुओं की संख्या निरंतर बढ़ रही है. श्रद्धालुओं के सुविधार्थ जिला प्रशासन भी सजग हैं. जिले के उपायुक्त […]
बासुकिनाथ : राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव में अबतक ग्यारह लाख कांवरियों ने बाबा फौजदारीनाथ का जलाभिषेक कर सुख-समृद्धि की कामना की. फौजदारीनाथ के दरबार में श्रद्धालुओं की संख्या निरंतर बढ़ रही है. श्रद्धालुओं के सुविधार्थ जिला प्रशासन भी सजग हैं. जिले के उपायुक्त एवं श्रावणी मेला प्रशासक मुकेश कुमार, एसपी मयूर पटेल एवं डीडीसी शशि रंजन मेले की गतिविधियों पर नजर रखने के साथ-साथ पल पल की खबरें लेते रहते हैं. अबतक शीघ्रदर्शनम व्यवस्था के तहत 30,146 कांवरिया, डाकबम 8300 एवं आठ जलार्पण काउंटर के माध्यम से दो लाख 37 हजार 439 कांवरिया जलार्पण कर चुके हैं.
27,19,785 रुपये की हुई आमदनी : मंदिर न्यास समिति को अबतक कांवरियों से 27,19,785 रुपये की आमदनी प्राप्त हुई. जिसमें गोलक से 10,35,130 रुपये, दानपेटी से 12,36,500 रुपये जलार्पण काउंटर से 1,07,545 रुपये एवं अन्य श्रोतों से 3,40,610 रुपये की आमदनी मंदिर को प्राप्त हुई है.
बासुकिनाथ : जरमुंडी विधायक बादल पत्रलेख मंगलवार की देर शाम फौजदारीनाथ दरबार पहुंचे. मंदिर निकास द्वार पर अधिकारियों से आवश्यक मुद्दे पर बातचीत की. कांवरिया रूट लाइन एवं व्यवस्था का लिया जायजा. कतारबद्ध कांवरियों से पूछताछ कर व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की. निकास द्वार पर कांवरियों से व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की. बादल ने कहा मेला क्षेत्र में भक्ति, आस्था एवं व्यवस्था का अद्भूत समन्वय है. इससे पहले वे चिकित्सा शिविर हंसडीहा का निरीक्षण किया. मयुराक्षी कला मंच के भी शिविर पहुंचे. शिविर में कांवरिया चिकित्सा बही का निरीक्षण किया. स्वास्थ्य कर्मियों को आवश्यक निर्देश दिया. घायल कांवरियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का दिया निर्देश दिया. मौके पर एसडीओ जयप्रकाश झा, मंदिर प्रभारी संजय कुमार दास, सीओ विकास कुमार त्रिवेदी सहित अन्य उपस्थित थे.
बासुकिनाथ : श्रावणी मेला बासुकिनाथ में कांवरिया बाबा फौजदारीनाथ का जलार्पण के बाद प्रसादी के रूप में पेड़ा खरीदना नहीं भूलते. मेले में लगभग दो सौ पेड़े की दुकानें लगायी गयी है. पेड़े को मुख्य प्रसाद के रूप में जाना जाता है. श्रावणी मेला में पेड़ा का कारोबार करोड़ों में होता है. श्रावणी मेला के बाजार में दुकानदारों द्वारा दो तरह का पेड़ा बेचा जाता है. एक तो जिसमें चीनी मिलायी जाती है, दूसरा जिसमें चीनी का मात्रा कम मिली होती है. ज्यादा चीनी मिले पेड़े की गुणवत्ता सही नहीं होती. जबकि कम चीनी वाले पेड़े को सही व शुद्ध माना जाता है. दुकानदारों द्वारा सात सौ ग्राम खोवा तथा तीन सौ ग्राम चीनी मिले पेड़े की कीमत 240 रुपये प्रति किलो तथा आठ सौ ग्राम खोवा तथा दो सौ ग्राम चीनी मिले पेड़े की कीमत 260 रुपये प्रति किलो जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित किया गया है. वहीं कुछ बाहरी दुकानदारों द्वारा पेड़े में मिलावट कर कम दाम में पेड़ा बेचा जा रहा है. जिसका दर काफी कम होता है. स्थानीय खोवे से बने पेड़े उम्दा क्वालिटी के होते हैं. बासुकिनाथ श्रावणी मेला में पेड़ा का एक बड़ा बाजार उपलब्ध है. व्यवसायी सावन से पहले ही खोवा का स्टॉक करना शुरू कर देते हैं. पेड़ा के विक्रेताओं ने बताया कि महंगाई के कारण व खोवा का दाम ज्यादा रहने के कारण पेड़े की बिक्री प्रभावित हुई है.
बासुकिनाथ : बिहार के पशुपालन मंत्री अवधेश सिंह ने मंगलवार को सपरिवार बाबा फौजदारीनाथ की पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की. मंदिर पंडितों ने उन्हें विधि विधानपूर्वक पूजा आरती करायी. मंत्री ने मंदिर में कांवरियों के जलार्पण व्यवस्था की प्रशंसा की.
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