यहां बिजली के बैकअप की कोई व्यवस्था नहीं है. लगाया गया बैटरी बैकअप नहीं दे रहा है. इसके कारण बिजली गुल होते ही एक्स-रे मशीन बंद हो जाती है. मरीजों को या तो दूसरी जगह जाना पड़ता है या फिर बिजली आने का इंतजार करना पड़ता है. बिजली केबल कट जाने के कारण एक माह से एक्स-रे बंद था. अंडरग्राउंड केबल की मरम्मत होने के बाद 30 दिसंबर से एक्स-रे फिर से चालू हो पाया है.
बैटरी हो चुकी है खराब
एक्स-रे मशीन करीब चार साल पहले सदर अस्पताल में आयी है. यह टीवी विभाग के लिए आया था. लेकिन जरूरत के अनुसार अन्य मरीजों को इसकी सुविधा दी जा रही है. लेकिन चार साल में बैटरी खराब हो चुका है. बैकअप नहीं मिल पाता है.
मेंटेनेंस का टेंडर भी नहीं
एक्स-रे मशीन का एनएमसी भी नहीं है. ऐसे में मशीन के खराब होने के बाद मरम्मत के लिए लंबी प्रक्रिया अपनाई जाती है. मरम्मत होने तक मशीन बंद रहती है. यहां के मरीजों को दिक्कत हो रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

