Dhanbad News: बीसीसीएल द्वारा अपने कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के तहत संचालित इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल अभ्यर्थियों के सम्मान में बुधवार को कंपनी मुख्यालय कोयला भवन समारोह का आयोजन किया गया. मौके पर पांच चयनित छात्रों को बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.
सीएमडी श्री दत्ता ने कहा कि बीसीसीएल धनबाद व आसपास के युवाओं को रोजगारोन्मुखी कौशल विकास प्रशिक्षण दिलाकर और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रयासरत है. इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को ओर आगे बढ़ाया जायेगा. बीसीसीएल के निदेशक (एचआर) मुरली कृष्णा रमैय्या ने छात्रों की मेहनत व समर्पण की सराहना की. समारोह के दौरान छात्रों ने चंद्रयान-3 व प्रज्ञान रोवर के प्रोटोटाइप भी प्रस्तुत किये. मौके पर महाप्रबंधक (सीएसआर) कुमार मनोज, वरिष्ठ प्रबंधक (सीएसआर) नीलांजना चक्रवर्ती, प्रबंधक (सीएसआर) अभिजीत मित्रा और सीटीटीसी, कोलकाता के प्रशिक्षक रौनिक घोष व शुभोजित नासकर समेत अन्य लोग उपस्थित थे.75 युवाओं के प्रशिक्षण पर 85 लाख हुए खर्च :
बता दें कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में बीसीसीएल के सीएसआर मद से आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में धनबाद व आसपास के करीब 75 ग्रामीण युवाओं का चयन किया गया था. इन युवाओं को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय (एमएसएमई) के तहत संचालित सीटीटीसी (सेंट्रल टूल रूम एंड ट्रेनिंग सेंटर), कोलकाता में मशीन लर्निंग और औद्योगिक उत्पाद निर्माण प्रक्रियाओं पर छह माह तक प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम 20 सितंबर 2024 को शुरू हुआ और 19 मार्च 2025 को समाप्त हुआ. बीसीसीएल ने इस पूरे प्रशिक्षण कार्यक्रम पर लगभग 85 लाख रुपये खर्च किए व शत-प्रतिशत प्लेसमेंट लक्ष्य प्राप्त किया है. प्रशिक्षण के बाद कुल 73 छात्रों ने सफलता प्राप्त की, जिनमें से सभी को एयरोस्पेस, ऑटोमोबाइल, कास्टिंग, मोल्डिंग और स्टील उद्योग जैसे प्रमुख क्षेत्रों में रोजगार मिला. इनमें से कई छात्रों को जिंदल स्टील, टाइके कास्ट व सीटीएम इंडिया लिमिटेड जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में नियुक्ति मिली है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है