Dhanbad News : सिजुआ क्षेत्र की कनकनी कोलियरी परियोजना में शनिवार को हिल टॉप आउटसोर्सिंग के मजदूर और कंपनी के अधिकारी आमने-सामने हो गये. कंपनी के अधिकारी वहां खड़े अपने वाहनों को लेने पहुंचे थे, पर उन्हें मजदूरों के विरोध का सामना करना पड़ा. पुलिस की मौजूदगी में मजदूरों और अधिकारियों के बीच चली लंबी वार्ता बेनतीजा रही.
अधिकारियों को बिना वाहन के ही लौट जाना पड़ा.
बकाया दिये बिना काम नहीं होने देने पर अड़े : वार्ता में मजदूरों ने अधिकारियों से स्पष्ट कहा कि बकाया वेतन, बोनस और बंद करने पर तीन माह 13 दिन का वेतन भुगतान किये बिना गाड़ी नहीं जाने दी जायेगी. दिन के करीब 10 बजे कंपनी के प्रबंधक चंदन अग्रवाल व एक अन्य अधिकारी चालकों के साथ कनकनी पहुचे. माइंस में खड़े वाहनों को ले जाने का प्रयास किया जा रहा था. इसकी भनक मजदूरों को लग गयी तो मौके पर वे पहुंच गये. जानकारी देने के बाद लोयाबाद एसआई रोहित कुमार सदल बल पहुंच गये.कंपनी की बंदी का नोटिस दिया गया था
वार्ता में कंपनी के चंदन अग्रवाल ने मजदूरों को काफी समझाने-बुझाने का प्रयास किया, पर मजदूर नहीं माने. अधिकारियों ने कहा कि कंपनी की बंदी का नोटिस दिया गया था. यहां पर कंपनी का काम बंद हो जायेगा. नागपुर में कंपनी का काम चल रहा है, जो जाना चाहते हैं वह जा सकते हैं. मजदूरों ने कहा कि कई मजदूर गये थे, पर वहां काम देने की बजाय भगा दिया गया.हादसे के बाद डीजीएमएस ने की थी कार्रवाई
विदित हो कि पांच जनवरी को आग के दहकते मलबे और खौलता पानी की जद में आ कर पीसी चालक मुन्ना चौहान की मौत हो गयी थी. इस घटना के बाद डीजीएमएस ने सेक्शन 22 लगा कर खदान को बंद कर दिया था. डीजीएमएस ने वायलेशन सही करके ही माइंस चला सकते हैं. कंपनी संविदा के हिसाब से उत्पादन नहीं कर सकी है. कंपनी ने यहां काम करने से इंकार कर दिया. कंपनी के अचानक बंद हो जाने से यहां कार्यरत 164 मजदूर बेरोजगार हो गये हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है