Dhanbad News: अपने ही एक सहकर्मी से 15 हजार रुपया रिश्वत लेते गिरफ्तार पीएफ र्क्लक सहित दोनों इसीएल कर्मियों को मंगलवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. सीबीआइ टीम ने दोनों इसीएल कर्मियों को आज सीबीआइ के विशेष न्यायालय में पेश किया. जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया गया. सोमवार को धनबाद सीबीआइ की एंटी करप्शन टीम ने इसीएल मुगमा क्षेत्र के खुदिया कोलिरी के पीएफ कार्यालय में क्लर्क अरविंद राय एवं शीतल बाउरी को अपने ही सहकर्मी उमेश सिंह से 15 हजार रुपया रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा था. सीबीआइ ने दोनों ही कर्मियों से पूछताछ की. मंगलवार को कोर्ट पेश करने के बाद जेल भेज दिया. दूसरी तरफ, मंगलवार को खुदिया कोलियरी परिसर में सन्नाटा पसरा रहा. कोई भी कर्मी या अधिकारी एक दूसरे से बात नहीं करते देखे गये. सभी अपने काम में मशगूल रहे. सीबीआइ टीम ने शंकर चौहान व अजय कुमार मंडल को पूछताछ के बाद सोमवार को आधी रात के बाद दोनों को छोड़ दिया.
गिरफ्तारी के बाद दोनों कर्मी निलंबित
सीबीआइ की टीम द्वारा इलेक्ट्रिक विभाग के कर्मी उमेश सिंह से रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद पीएफ क्लर्क अरविंद राय व कर्मी शीतल बाउरी को निलंबित कर दिया गया है. खुदिया कोलियरी के पीएम संजय वर्मा ने कहा कि सीबीआइ द्वारा गिरफ्तार किये जाने के बाद दोनों को सस्पेंड कर दिया गया है.बिना पैसे के नहीं होती है मजदूरों को काम
इसीएल मुगमा क्षेत्र में इस तरह की चौथी बार घटना घटने के बाद पूरे क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चा हो रही है. चर्चा है कि एरिया से लेकर कोलियरियों में मजदूरों का कोई भी काम बिना पैसे के नहीं होती है. सूत्रों का कहना है कि पीएफ, पेंशन का मामला हो या छुट्टी लेने के बाद ज्वाइनिंग करना हो बिना दक्षिणा दिये नहीं होता है. यहां तक की किसी मजदूर को भूमिगत खदान या कठिन काम से हल्का काम देने के लिए 70-80 हजार रुपये तक मांगी जाती है.संवेदनशील पदों पर वर्षों से जमें हैं अधिकारी
बताया जाता है कि कई अधिकारी व कर्मी संवेदनशील पदों पर एक ही जगह पर वर्षों से जमें हुए हैं. सूत्रों के अनुसार डिस्पैच, पीएफ, फाइनेंस, सिविल, कांटा सहित अन्य संवेदनशील विभाग में कई अधिकारी व कर्मी एक ही जगहों पर कार्यरत हैं. जबकि नियम के अनुसार तीन वर्षों के बाद अन्य जगहों पर तबादला करने की है. जिसका उदाहरण पीएफ क्लर्क के पद पर अरविंद राय भी काफी दिनों से खुदिया कोलियारी में कार्य कर रहे थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

