Dhanbad News: धनबाद. शुक्रवार को बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में उस समय असहज स्थिति बन गयी, जब राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार के संबोधन के दौरान तीन विधायक समारोह स्थल से उठकर बाहर चले गये. राज्यपाल के संबोधन में धनबाद, टुंडी और सिंदरी के विधायकों का नाम नहीं लिया गया. हालांकि बाद में विधायकों ने स्पष्ट किया कि उन्होंने राज्यपाल के कार्यक्रम का बहिष्कार नहीं किया है, बल्कि विश्वविद्यालय प्रबंधन की कार्यशैली से वे नाराज हैं. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि उनके कुछ पूर्व निर्धारित कार्यक्रम पहले से तय थे. राज्यपाल ने अपने संबोधन की शुरुआत में मंच पर मौजूद विशिष्ट अतिथियों के नाम लिये, लेकिन समारोह में उपस्थित तीनों विधायकों का उल्लेख नहीं किया. हालांकि उन्होंने समारोह में मौजूद डुमरी विधायक जयराम महतो का नाम जरूर लिया. बताया जाता है कि इससे आहत होकर समारोह में मौजूद धनबाद विधायक राज सिन्हा, टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो और सिंदरी विधायक चंद्रदेव महतो कार्यक्रम स्थल से निकल गये. राज्यपाल ने अपने संबोधन की शुरुआत में कुलपति, डुमरी विधायक, कुलसचिव डॉ राधानाथ त्रिपाठी, उपायुक्त आदित्य रंजन और एसएसपी प्रभात कुमार समेत पांच नाम लिये थे. कोट राज्यपाल नहीं, विश्वविद्यालय की गलती मेरी राज्यपाल से कोई नाराजगी नहीं है. राज्यपाल राज्य के सम्मानित संवैधानिक प्रमुख हैं. यह कार्यक्रम बीबीएमकेयू का था और अतिथियों की जानकारी देना विश्वविद्यालय प्रशासन की जिम्मेदारी थी. राज्यपाल ने उन्हीं नामों का उल्लेख किया होगा, जो विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से उन्हें बताये गये होंगे. मेरा पहले से कई पूर्व निर्धारित कार्यक्रम था. राज सिन्हा, विधायक, धनबाद कार्यक्रम के दौरान देर तक रुका था राज्यपाल के कार्यक्रम का बहिष्कार नहीं किया. महामहिम का स्वागत किया था और कार्यक्रम के दौरान काफी देर तक रुका भी था. भाषण के बीच में निकलने को लोग अलग-अलग नजरिये से देख रहे हैं. सबका अपना नजरिया है. पिछले दिनों टुंडी में राज्यपाल के कार्यक्रम में स्थानीय विधायक होने के बावजूद कोई सूचना नहीं दी गयी थी. उस पर कोई सवाल नहीं उठा. मथुरा प्रसाद महतो, विधायक, टुंडी विश्वविद्यालय प्रशासन जिम्मेदार है इस मामले के लिए सीधे तौर पर विश्वविद्यालय प्रशासन जिम्मेदार है. हमें पहले बताया गया था कि विधायकों को भी मंच से बोलने का अवसर दिया जायेगा, लेकिन न तो बोलने का मौका मिला और न ही राज्यपाल को यह जानकारी दी गयी कि हम भी समारोह में उपस्थित हैं. मेरी नाराजगी राज्यपाल से नहीं, बल्कि विश्वविद्यालय प्रशासन से है. चंद्रदेव महतो, विधायक, सिंदरी
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