वरीय संवाददाता, धनबाद.
धनबाद शहर में अब जाम की समस्या आम बन चुकी है. सुबह से देर रात तक सड़क पर उतरते ही लोगों को जाम की मार झेलनी पड़ती है. ऐसे में दो-तीन किलोमीटर की दूरी तय करने में भी कभी-कभी आधे से एक घंटे तक का समय लग जाता है. लोग परेशान हैं, लेकिन समस्या के स्थायी समाधान की दिशा में अब तक ठोस पहल नहीं हुई है.गया पुल बना जाम का मुख्य कारण
बैंक मोड़ से श्रमिक चौक आने वाले मुख्य मार्ग में स्थित गया पुल जाम का मुख्य कारण बन गया है. यहां सड़क की जर्जर स्थिति के कारण दोनों तरफ से आने-जाने वाले वाहनों का परिचालन थम सा जाता है. ऐसे में देखते-देखते दोनों तरफ लंबा जाम लग जाता है.कानूनी प्रक्रिया में फंसा स्टील गेट का जाम
सरायढेला गोल बिल्डिंग से धनबाद को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर जाम की समस्या कानूनी पेंच में फंस गयी है. स्टील गेट के पास जाम लगना आम हो चुका है. दोनों तरफ सड़क चौड़ी है, लेकिन जिला परिषद की कुछ दुकानों के पास सड़क संकरी होने से जाम लग जाता है. पिछले कई साल से कानूनी पेंच में फंसे रहने से आज तक यहां सड़क का चौड़ीकरण नहीं हो सका है.सड़क पर जहां-तहां खड़े कर दिये जाते हैं ऑटो
धनबाद में बड़ी संख्या में ऑटो रिक्शा चलते हैं. इनके लिए कोई निश्चित स्टैंड नहीं है. ऐसे में सड़क पर जहां जगह मिलती है, वहीं ऑटो खड़ा कर दिये जाते हैं. सवारी बैठाने व उतारने के लिए बीच सड़क पर ही गाड़ी रोक दी जाती है. इसके अलावा शहर के बीचों-बीच बसों की आवाजाही से भी जाम बढ़ता है.अतिक्रमण और अव्यवस्थित पार्किंग से लोग परेशान
शहर की सड़कों पर जगह-जगह ठेला-खोमचा, दुकानें और अवैध पार्किंग से रास्ता संकरा हो गया है. सरायढेला बिग बाजार के पास पहले नगर निगम की पार्किंग थी. जब से पार्किंग हटी है, लोग जहां-तहां गाड़ियों को खड़ा कर देते हैं. इसके अलावा बैंक मोड़, सिटी सेंटर, बस स्टैंड, आइएसएम के पास और अन्य कई स्थानों पर लोगों की लापरवाही से जाम लगता हैलोगों की भी है जिम्मेदारी
जाम की समस्या के लिए सिर्फ प्रशासन ही नहीं, आम लोग भी जिम्मेदार हैं. ट्रैफिक नियमों का पालन न करना, गलत जगह गाड़ी पार्क करना और छोटे-छोटे रास्तों को भी बाधित करना आम हो चुका है. जाम से निजात पाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर ठोस कदम उठाने की जरूरत है. शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर अतिक्रमण हटाना, पार्किंग स्थल विकसित करना, ऑटो स्टैंड बनाना, वैकल्पिक सड़कों का निर्माण आदि जरूरी हैं. ट्रैफिक पुलिस को अधिक सक्रिय बनाना होगा. लोगों का कहना है कि जब तक समस्या के मूल कारणों का समाधान नहीं होगा, जाम से मुक्ति नहीं मिलेगी.
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